TIL Desk #Lucknow/ बुंदेलखंड के पिछड़े ज़िले बाँदा के सुल्खान सिंह आज दुनिया की सबसे बड़ी पुलिस फ़ोर्स यूपी के ‘सुल्तान’ बन गए हैं | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठता के आधार पर 1980 बैच के आईपीएस सुल्खान सिंह को जब प्रदेश के पुलिस महानिदेशक की यह गद्दी सौंपी तो पूरा बुंदेलखंड इतरा उठा, कि आख़िर उसके लाल को अपनी क़ाबलियत का फ़ल भले देर से ही सही मिल ही गया | इसके पहले अविभाजित बाँदा तब चित्रकूट ज़िला नहीं था, के कन्हैया लाल गुप्ता भी डीजीपी की पोस्ट तक पहुँच चुके हैं | अब सुल्खान जी के ऊपर ज़िम्मेदारियों का भारी बोझ हैं | मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं को देखते हुए अपराधमुक्त प्रदेश बनाना हैं | पुलिस की मानसिकता बदलने की ज़रूरत हैं तो भगवा ब्रिगेड द्वारा पैदा किये जा रहे हालातों से भी निपटना एक समस्या हैं | सपा राज में तो पुलिस बदनामी का दंश झेलती रही किन्तु अब आगरा, सहारनपुर व् कन्नौज जैसी घटनाओं ने भी उसी पुलिस को भगवा से भयभीत कर दिया हैं |
हत्या, रेप, लूट, डकैती व् अपहरण जैसी वारदातों में भी कोई कमी नहीं दिख़ रही | सौम्य स्वाभाव पर कड़क मिजाज व् ईमानदारी की प्रतिमूर्ति सुल्खान सिंह को योगी ने इसीलिए ये दायित्व सौंपा हैं कि वह अपनी रणनीति से यूपी पुलिस पर लगा कलंक धो संके | अब बात सुल्खान सिंह की सादगी की, बाँदा ज़िले के तिंदवारी थाना अंतर्गत जौहरपुर गाँव निवासी लाखन सिंह के चार बेटों में वह सबसे बड़े हैं | उनके छह बहने हैं, घर का अगला भाग पक्का तो पीछे अभी भी खपरैलदार है, माँ करुहिया देवी उर्फ़ अरुणा सिंह अब भी मिट्टी के चूल्हे में रोटी सेंकतीं है | गावं के ही प्राइमरी स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा के बाद वे पढ़ाई के लिए बाँदा आ गएँ | वर्ष 1974 में जब मैं शहर के आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट कर रहा था तब वे वंही कक्षा 11 के छात्र थे | स्वाभाव से मृदुल, सौम्य चेहरा व् पढ़ाई में अव्वल रहते थे | एक दिन सुल्खान अपनी कक्षा के बाहर खड़े थे तभी उस समय के शिक्षक यदुनंदन सिंह मुझसे बोले यदि किसी बच्चे को आगे बढ़ना हैं तो उसे भी सुल्खान सरीख़ा ज़हीन बनना होगा | कॉलेज के दिनों में उनसे यदा कदा दुआ सलाम हो जाती पर गहरी दोस्ती जैसी कोई बात नहीं थी | बाद में वे 1975 में वहीँ से इंटर पास कर इंजीनयरिंग की पढ़ाई करने रुड़की चले गए | वर्ष 1980 में पहले ही प्रयास में आईपीएस हो गए | मैं मीडिया से जुड़ गया, पर पुलिस विभाग में उनकी तरक्की दर तरक्की की ख़बरें मिलती रहीं |
बुंदेलखंड की माटी में पले बढ़े वही सुल्खान आज प्रदेश पुलिस के मुखिया हैं तो सभी बुंदेलियों की छाती चौड़ी है | अब उनके घर जौहरपुर में बधाई देने वालों का ताँता लगता हैं | पर परिवार में वहीँ सादगी, कोई गुमान नहीं, सब खुश ज़रूर है | लोग ईश्वर से कामना करते है की उन्हें अपने दायित्वों का निर्वाहन करने की क्षमता प्रदान करें |
सुधीर निगम
रेजिडेंट एडिटर
TV INDIA
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