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योगी का फरमान प्याज़-टमाटर की कीमतों पर नज़र रखेंगे डीएम

योगी का फरमान प्याज़-टमाटर की कीमतों पर नज़र रखेंगे डीएम

लखनऊ डेस्क/ वैसे तो जिला प्रशासन का काम जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखकर लोगों की समस्या को दूर रखना होता है, लेकिन अब जिला कलेक्टर इन सब कामों के साथ-साथ प्याज-टमाटर की कीमतों पर नज़र रखेंगे और कीमतें ना बढ़ें, इसके उपाय करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त जिलाधिकारियों को कुछ ऐसे ही निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्याज और टमाटर के दामों में बढ़ोतरी पर चिंता जताते हुए इनकी कीमतों को काबू में रखे जाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी भी स्तर पर बिचौलियों द्वारा प्याज और टमाटर का स्टॉक इकट्ठा न किया जाए, जिससे बाजार भाव बढ़ने की संभावना हो। प्याज और टमाटर की जमाखोरी पाए जाने की स्थिति में जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने संबंधित विभागों को भी प्याज और टमाटर सहित अन्य सब्जियों की मुनाफाखोरी व जमाखोरी तथा उनके दामों पर नियंत्रण के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा शास्त्री भवन में प्रदेश की विभिन्न मंडियों में सब्जियों के बाजार भाव की समीक्षा की गई। समीक्षा में प्याज और टमाटर के औसत बाजार भाव अधिक पाए गए। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय एवं खाद्य मंत्रालय से यह अनुरोध कर लिया जाए कि यदि भारत सरकार के स्तर पर प्याज के आयात द्वारा आपूर्ति सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जा रही है, तो उसमें यूपी के लिए भी आपूर्ति करने पर विचार करते हुए कार्यवाही की जाए। समीक्षा के दौरान पाया गया कि इस वर्ष नवंबर में टमाटर का औसत थोक बाजार भाव 2,500 रुपये से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल तथा फुटकर बाजार भाव 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसी प्रकार प्याज का औसत बाजार भाव 2,600 रुपये से 2,800 रुपये प्रति क्विंटल तथा फुटकर बाजार भाव 35 रुपये या उससे अधिक प्रति किलोग्राम है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में उत्पादित टमाटर की फसल नवंबर माह के अंत तक बाजार में आ जाएगी, जिससे टमाटर का बाजार भाव सामान्य हो जाएगा।

प्याज के भाव के संबंध में यह प्रकाश में आया कि वर्तमान में खरीफ सीजन का उत्पादित प्याज गुजरात एवं महाराष्ट्र से प्रदेश के बाजार में बिक्री के लिए लाया जाता है. इसमें आवक कम होने की स्थिति में बाजार भाव बढ़ने की संभावना रहती है।

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