लखनऊ डेस्क/ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि बीजेपी के विधायक और पदाधिकारी मिलकर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की स्थिति को सुधारने के लिए काम करेंगे। इसके लिए वो अपने क्षेत्र के एक-एक प्राइमरी स्कूल को गोद लेकर उनकी देख-रेख करेंगे। बीजेपी आलाकमान के निर्देश पर विधायकों और पदाधिकारियों ने काम करना शुरु कर दिया है।
इसमें पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सांसदों के अपने संसदीय क्षेत्र के एक गांव गोद लेने की शुरूआत की थी। ठीक उसी तर्ज पर विधायकों को एक स्कूल गोद लेने के लिए पार्टी आलाकमान ने निर्देश दिए हैं। -बीते 29 से 31 जुलाई को को लखनऊ के प्रवास पर आए अमित शाह ने मंत्रियों, विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक में ये निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था,”बीजेपी विधायक और संगठन के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी को एक प्राइमरी स्कूल गोद लेकर उसका विकास करें।”
इससे कांवेंट स्कूलों की तरह ही उनमें पढ़ाई का स्तर और मूलभूत सुविधाओं को अपनी विधायक निधि से ही कराने को कहा गया है। इसके अलावा क्षेत्र के लोगों से भी सहयोग लेकर इनमें सुविधाओं को मजबूती देने होगा। विधायक और पदाधिकारी अपने गोद लिए स्कूल का इस तरह जीर्णोद्धार कराएंगे कि जिले के अन्य स्कूलों के लिए उनका स्कूल मॉडल बन सके।
दीनदयाल जन्मशताब्दी के कार्यक्रमों में भाजपा नेताओं के व्यस्त होने की वजह से फिलहाल अभी गोद लेने का सिलसिला अभी नहीं शुरू हुआ है। 25 सितम्बर को जन्मशताब्दी के कार्यक्रम खत्म होने के बाद नेताओं को उनके मांगे गए स्कूल की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी।