लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उप्र में किसानों के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है। किसान यदि नई तकनीक के साथ खेती करें तो उनकी आमदनी दोगुनी ही नहीं, बल्कि चौगुनी हो सकती है। योगी ने कहा कि उप्र में पहली ऐसी सरकार बनी है, जिसके एजेंडे में राज्य के किसान हैं।
यहां पांच कॉलीदास मार्ग पर कृषि विभाग की ओर से आयोजित विश्व मृदा दिवस के अवसर पर द मिलियन फार्मर्स स्कूल की शुरुआत करते हुए उन्होंने यह बात कही। इस मौके पर उपुमख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही सहित कई मंत्री उपस्थित थे।
योगी ने कहा कि इस पाठशाला के माध्यम से उप्र के 10 लाख किसानों को नई तकनीक के बारे में जानकारी मुहैया कराई जाएगी। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कई किसानों को टैक्टर की चाबियां प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा और यमुना के बीच का भू-भाग पूरे देश का पेट भर सकता है, बशर्ते इन्हें जानकारी, संसाधन एवं सहायता उपलब्ध कराई जाए। पहली बार किसी सरकार ने किसानों को अपने एजेंडे में शामिल किया है।
पिछली सरकारों पर किसानों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए योगी ने कहा, “पिछली सरकारों ने जातिवाद, वंशवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर काम किया। इसीलिए किसानों का विकास नहीं हुआ। वर्तमान सरकार ने 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ाने के लिए हर बड़े जिले में दो विज्ञान केंद्र और छोटे जिलों में एक केंद्र की स्थापना की जाएगी। इनके माध्यम से नई तकनीक और सरकार की योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी जाएगी। इससे उनको काफी लाभ मिलेगा।
इस मौके पर उप्र के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, “राज्य सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। पहली बार उप्र में किसानों से उड़द और मूंग की दाल भी खरीदी जाएगी। इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्री ने अपनी सहमति दे दी है। जल्द ही इसकी खरीद शुरू की जाएगी।”