मिर्जापुर डेस्क/ नरेंद्र मोदी ने यूपी के मिर्जापुर की रैली में कहा- ये चुनाव कांग्रेस, सपा और बसपा से मुक्ति का अवसर है। सवाल ये नहीं कि सरकार किसकी बनेगी। अखबार, टीवी देख लीजिए, हर कोई कह रहा है, यूपी का ये चुनाव एक उत्सव है। ये सपा, बसपा, कांग्रेस से मुक्ति का उत्सव है। पीएम ने कहा- राहुल गांधी ने खुद मिर्जापुर के मणिहान में कहा था कि यहां तार तो होते हैं लेकिन बिजली नहीं होती। बता दें, यूपी के 7वें फेज के लिए 7 जिलों की 40 सीटों पर 8 मार्च को वोट डाले जाने हैं। इनमें गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र, जौनपुर जैसे जिले शामिल हैं।
मोदी ने कहा, पहले कई सरकारें रहीं। 13 साल पहले मुलायम सिंह जी ने बरेली और मिर्जापुर के बीच गंगाजी पर पुल बनाने की बात कही थी। अगर पिता ने वादा किया था तो बेटा, बाप के काम को अधूरा नहीं छोड़ता। ये कैसे लोग हैं कि अपने पिता के वादों को भी पूरा नहीं करते। ये जनता के लिए क्या करेंगे।अखिलेशजी, मुझे भी काम बताते रहते हैं। वे सीएम हैं, मैं यूपी से सांसद हैं। वे काम बताएं तो मुझे करना ही चाहिए। मुझसे कहा कि तार पकड़कर देखो कि बिजली जाती है या नहीं। अखिलेशजी, मुझे पता नहीं है कि खाट किसकी खड़ी होगी। वे खाट सभा करने निकले थे, लोग खाट उठा ले गए। पिछले साल (14 सितंबर, 2016) मणिहान में राहुलजी की खाट सभा थी। राहुलजी का हाथ बिजली का तार पर लग गया। गुलाम नबी जी ने कहा- हाथ मत रखिए, दिक्कत हो जाएगी। राहुल बोले कि ऐसा कुछ नहीं होगा। यहां के तारों में बिजली नहीं होती। यहां के लोग खाट तो ले गए, अब खटिया भी खड़ी करेंगे।
मोदी ने कहा, बहनजी, मिर्जापुर के पत्थरों से आपको क्या नफरत थी? जब जांच शुरू हुई तो बताया गया कि पत्थर तो राजस्थान से लाया गया। जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, वे आपके वोट के हकदार होंगे क्या? मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि 13 साल से पुल बना रहे थे कि ताजमहल बना रहे थे। यही पुल सैफई के आसपास बनाना होता तो 13 साल इंतजार करते। ये लोग गुनहगार हैं आपके। इस चुनाव में यूपी खासकर पूर्वांचल के लोगों के कहने आया हूं कि उन्हें एक वोट भी नहीं मिलना चाहिए। उन्हें पता लगना चाहिए कि पूर्वांचल-मिर्जापुर को रौंदने का हश्र क्या होता है। अगर यहां विकास होता तो लोगों को अपनी जगह छोड़कर मुंबई नहीं जाना पड़ता। आज यूपी में होनहार नौजवानों को नौकरी मिलने की गारंटी है क्या? इसकी वजह भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इनको कई बार डांटा। लेकिन सरकार को इसकी आदत लग गई है। इस चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगियों को भारी मतों से जिताइए।