जम्मू डेस्क / केंद्र की मोदी सरकार ने अलगाववादी नेताओं को दी जानी वाली सभी सुविधाओं को रोकने की तैयारी कर ली है अलगावादियों को अब हवाई टिकट, कश्मीर से बाहर जाने पर होटल और वाहन की सुविधाएं वापस लिया जाना तय हो गया है।
जबकि राज्य सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को बंद करने के लिए केंद्र ने सलाह दी है। जम्मू कश्मीर की आजादी के नाम पर हिंसा को बढ़ावा देने वाले अलगाववादियों की सुविधाएं अब बंद हो जाएंगी। अलगाववादियों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को वापस लेने का फैसला राज्य सरकार को लेना है। वर्तमान में इन लोगों की सुरक्षा में 950 पुलिसकर्मी तैनात हैं।
करीब ५५ दिनों से घाटी में हो रही हिंसा और प्रदर्शन के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है यह हिंसा और प्रदर्शन आतंकी बुरहानवानी के एनकाउंटर के बाद हुई थी जिसके बाद अलगाववादी नेताओं ने बंद के ऐलान किया था इस हिंसा में ७२ लोग मारे गए थे जिसमे ६९ स्थानीय नागरिक और तीन पुलिस के जवान शामिल है इस दौरान करीब ११००० लोग घायल हुए थे |