मुंबई
इस बार देश में मॉनसून की एंट्री समय से पहले ही हो गई है। इससे गर्मी की मार झेल रहे लोगों को काफी राहत मिली है। केरल में पहुंचने के बाद अब और कई राज्यों में मॉनसून पहुंच गया है, जोकि किसी खुशखबरी से कम नहीं है। महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कई राज्यों में मॉनसून के पहुंचने से झमाझम बारिश शुरू हो गई है। हालांकि, अभी महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मॉनसून के पहुंचने में तीन दिन बाकी हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि मॉनसून रविवार को अरब सागर, कर्नाटक, पूरे गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और मिजोरम के कुछ हिस्सों, मणिपुर और नागालैंड के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है। आईएमडी ने कहा, ''मॉनसून की उत्तरी सीमा देवगढ़, बेलगावी, हावेरी, मांड्या, धर्मपुरी, चेन्नई, आइजोल, कोहिमा से होकर गुजरती है। मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई समेत महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, बेंगलुरु समेत कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के बचे हुए हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों और अगले तीन दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।"
महाराष्ट्र में, तटीय कोंकण और मुंबई में पिछले दो दिनों से भारी प्री-मॉनसून बारिश हो रही है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी, जो 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर इसका सबसे पहले आगमन था, जब यह 23 मई को दक्षिणी राज्य में पहुंचा था। आम तौर पर, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 1 जून तक केरल में अपनी शुरुआत करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर करता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है। यह आमतौर पर 7 जून के आसपास महाराष्ट्र और 11 जून को मुंबई पहुंचता है।