नई दिल्ली
F-16 एक हल्का, सस्ता लेकिन बेहद ताकतवर फाइटर जेट है. इसकी सबसे खास बात है इसका फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम, जिससे पायलट इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल से विमान चलाता है. यह जेट 6 एअर-टू-एअर मिसाइलें ले जा सकता है और इसकी अधिकतम स्पीड मैक 2 है. इसकी सीट 30 डिग्री पर झुकी होती है जो पायलट पर g-force का असर कम करती है. ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ड्रोन अटैक किया है. भारत पाकिस्तान युद्ध के बीच पाकिस्तान का F-16 फाइटर जेट मार गिराया है. F-16 फाइटर जेट को दुनिया के सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय लड़ाकू विमानों में गिना जाता है. इसकी खासियत है कि यह हल्का, सस्ता और तकनीकी रूप से काफी एडवांस है. इसका निर्माण इस तरह किया गया है कि यह दुश्मन के किसी भी हमले का तेजी से जवाब दे सकता है.
F-16 में होता है बाय वायर सिस्टम
F-16 की सबसे बड़ी तकनीकी खासियत है इसका फ्लाई बाय वायर सिस्टम. आमतौर पर किसी भी विमान में पायलट का कंट्रोल स्टिक डायरेक्ट विमान के पुर्जों से जुड़ा होता है, लेकिन F-16 में पायलट का कंट्रोल एक कंप्यूटर से जुड़ा होता है, जो हर आदेश को इलेक्ट्रॉनिक रूप में कंट्रोल सरफेस तक पहुंचाता है. इससे विमान की स्थिरता और मूवमेंट काफी बेहतर होती है. इसमें पायलट के लिए एक खास इजेक्शन सीट होती है, जो 30 डिग्री तक झुकी होती है. यह झुकाव पायलट पर पड़ने वाले G-force के असर को कम करता है, जिससे वह ज्यादा देर तक और सुरक्षित उड़ान भर सकता है.
दुनियाभर की वायु सेनाओं की पहली पसंद है F-16
F-16 में एक ही पायलट बैठता है और यह 6 एअर-टू-एअर मिसाइलें जैसे AIM-9 साइडवाइंडर और AIM-120 AMRAAM ले जा सकता है. इसकी अधिकतम रफ्तार समुद्र तल पर मैक 1.2 और ऊंचाई पर मैक 2 तक होती है. इसका वजन खाली हालत में 8570 किलो होता है और लंबाई 15.06 मीटर और विंगस्पैन 9.96 मीटर है. यह फाइटर जेट दुनियाभर की वायु सेनाओं की पहली पसंद बना हुआ है.
रूस के साथ जंग रहे यूक्रेन लंबे समय से F-16 लड़ाकू विमान मांग रहा था. F-16 की गिनती दुनिया के सबसे भरोसेमंद और सुरक्षित लड़ाकू विमान में होती है. इसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. अमेरिका ने 1973 में इस विमान का प्रोडक्शन शुरू किया था. दिसंबर 1976 में इसने पहली उड़ान भरी थी. हालांकि, इसकी पहले ऑपरेशनल उड़ान जनवरी 1979 में हुई थी. लॉकहीड मार्टिन के मुताबिक, दुनियाभर में 25 से ज्यादा देशों के पास F-16 विमान हैं. पाकिस्तान के पास भी F-16 हैं.