नई दिल्ली
चोट से उबरने बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जोश हेजलवुड ने वापसी कर ली है। क्वालीफायर मुकाबले में जोश हेजलवुड ने शानदार गेंदबाजी की। इस मैच के बाद उनसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 फाइनल को लेकर भी सवाल किया गया, क्योंकि वे ऑस्ट्रेलिया के अहम खिलाड़ी हैं। जोश हेजलवुड ने साफ कर दिया है कि उनको WTC फाइनल की चिंता नहीं है, क्योंकि वह लय हासिल करना चाहते थे और लय हासिल करने के लिए मैदान पर खेलने से बेहतर कुछ भी नहीं है। आईपीएल का यह अनुभव अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान काम आएगा।
कंधे की चोट से उबरने के बाद हेजलवुड ने एक महीने के बाद आईपीएल में वापसी की, लेकिन उनके प्रदर्शन में पैनेपन की कमी नहीं दिखी। उन्होंने 3.1 ओवर में 21 रन पर तीन विकेट चटकाकर आरसीबी को पंजाब किंग्स पर आठ विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। आरसीबी की टीम 2016 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही। हेजलवुड का यह प्रदर्शन 11 जून को लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले उनकी बेहतर तैयारियों का भी एक संकेत था।
आरसीबी के लिए 27 अप्रैल के बाद पहली बार मैदान पर उतरे जोश हेजलवुड ने कहा, ‘‘मुझे गेंदबाजी करनी है, आप जानते हैं कि मैं दुनिया में कहीं भी रहूं, मुझे उस मैच (डब्ल्यूटीसी फाइनल) के लिए तैयार होने के लिए गेंदबाजी करनी है। मुझे लगता है कि मैदान पर इससे (मैच खेलने) बेहतर कोई जगह नहीं है। जाहिर है आपको अधिक गेंदबाजी करनी होगी और टेस्ट के लिए समय-समय पर अधिक घंटे तक प्रशिक्षण लेना होगा। मैच के लिए लय हासिल करने के लिए आईपीएल से बेहतर कोई जगह नहीं है।’’
हेजलवुड को टेस्ट मैचों का गेंदबाज माना जाता था, लेकिन उन्होंने खेल के छोटे प्रारूप के लिए अपने कौशल में सुधार किया। उन्होंने बृहस्पतिवार को शानदार लय में चल रहे श्रेयस अय्यर और जोश इंग्लिस जैसे बल्लेबाजों के भी विकेट चटकाए। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आज जैसी गेंदबाजी की है लगभग वैसी ही गेंदबाजी टेस्ट मैचों में भी करता हूं।" हेजलवुड ने मौजूदा सत्र में सिर्फ 11 मैचों में 21 विकेट लिए हैं और इस दौरान उनका औसत 15.80 का रहा है। चोट से उबरने के बारे में पूछे जाने पर हेजलवुड ने कहा, ‘‘मैंने पिछले कुछ सप्ताह में वापसी के लिए अपने कंधों पर बहुत मेहनत की है और पिछले 10 दिनों में अच्छी गेंदबाजी की और अब यहां आकर अच्छा लग रहा है। यहां पिच से मदद मिल रही थी। मुझे तेज यॉर्कर या अतिरिक्त प्रयास वाली गेंदबाजी नहीं करनी पड़ी। यहां वापस आकर अच्छा लग रहा है।’’
इस मैच में लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने भी अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया, जबकि हेजलवुड को भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल का अच्छा साथ मिला। हेजलवुड ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हमारे पास हर विभाग में अच्छे विकल्प है। मुझे लगता है कि पांच या छह गेंदबाजों में से कोई भी मैच में किसी भी समय गेंदबाजी कर सकता है, चाहे वह शुरुआत हो, बीच में या आखिरी ओवरों हो। भुवनेश्वर के होने से निश्चित रूप से मदद मिलती है। उसके पास काफी अनुभव है और वह काफी शांत खिलाड़ी है। टीम के बाकी गेंदबाजों पर भी इसका काफी असर पड़ता है। मैं शायद इस मामले में भुवी जैसा ही हूं, सब कुछ काफी शांत है, अपने कौशल पर ध्यान केंद्रित करें और उसे लागू करने का प्रयास करें।’’