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पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज ने ऑलराउंडर शादाब खान के सिलेक्शन को लेकर पीसीबी पर साधा निशाना

नई दिल्ली
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज अहमद शहजाद ने ऑलराउंडर शादाब खान के टी20 में सिलेक्शन को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी पर निशाना साधा। न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए ना सिर्फ शादाब खान को टीम में चुना गया, बल्कि उनको टीम का उपकप्तान भी घोषित किया गया। हालांकि, पहले ही मैच में टीम को मुंह की खानी पड़ी। ऐसे में शहजाद ने बोर्ड को आड़े हाथों लिया।

पांच मैचों की टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में शादाब खान ने दो ओवर फेंके और बिना कोई विकेट लिए 18 रन दिए, जबकि न्यूजीलैंड ने 10.1 ओवर में 92 रन का लक्ष्य हासिल कर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। शहजाद ने शादाब के हालिया फॉर्म पर चिंता जताते हुए उनके चयन के पीछे के तर्क पर सवाल उठाए और कहा कि उनको टीम में कौन लेकर आया है?

क्रिकेट पाकिस्तान के मुताबिक, एक इंटरव्यू में अहमद शहजाद ने कहा, "आप शादाब की बात कर रहे हैं, मुझे बताइए, उन्होंने क्या परफॉर्मेंस दी है? उन्हें टीम में कौन लेकर आया है? पहले यह सीरीज तो बीत जाने दीजिए। पीसीबी ने शादाब के साथ अलग योजना बनाई है और उसे टीम में अलग उद्देश्य से शामिल किया गया है।" शहजाद ने पूरी टीम की भी आलोचना की, क्योंकि पाकिस्तान को शेष बची गेंदों (59) के लिहाज से अब तक की सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ा।

हार को लेकर शहजाद ने कहा, "हम आउट हो गए, लेकिन हमने कितने विकेट लिए? हमारे सीनियर, अनुभवी गेंदबाजी अटैक ने क्या किया है? आप उन्हें किस तरह की खतरनाक गेंदबाजी करते हुए देखते हैं, चाहे वे दाएं हाथ के हों या बाएं हाथ के?" शहजाद ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी की वर्तमान स्थिति के लिए भी पीसीबी की आलोचना की। हाई परफॉर्मेंस सेंटर को लेकर शहजाद ने कहा कि हाल के वर्षों में यह एकेडमी गुणवत्तापूर्ण खिलाड़ी तैयार करने में विफल रही है।

अक्सर पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बयान देने वाले शहजाद ने कहा, "जब हम खेलते थे, तो नेशनल क्रिकेट अकेडमी (एनसीए) में बड़े-बड़े कैंप आयोजित किए जाते थे और वहां से खिलाड़ियों को तैयार किया जाता था। उस जगह को प्रतिभाओं के लिए नर्सरी माना जाता है, ना कि सिर्फ एक सेटअप, जहां आप अपने लोगों को समायोजित करते हैं और वेतन सुरक्षित करते हैं। इसकी स्थापना खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए की गई थी। तो अब वे खिलाड़ी कहां हैं? कितने खिलाड़ी उभरे हैं?"

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