लखनऊ डेस्क/ यादव परिवार में सुलह शिवपाल सिंह यादव पर भारी पड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मैनपुरी में एक चुनावी रैली में शिवपाल को पेंडुलम और फुटबॉल कहे जाने के कुछ घंटों बाद सोमवार को उनकी सुरक्षा को ‘जेड’ श्रेणी से घटाकर ‘वाई’ कर दिया गया।
अब सीबीआई ने रिवरफ्रंट घोटाला मामले में शिवपाल और दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों से पूछताछ करने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2017 में सत्ता में आने के बाद रिवरफ्रंट घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
शिवपाल यादव अखिलेश शासन के दौरान पीडब्ल्यूडी और सिंचाई मंत्री थे, जब रिवर फ्रंट का निर्माण किया गया था। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को अपने चाचा शिवपाल यादव पर हुए हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री को पता होना चाहिए कि पेंडुलम गति का प्रतीक है और समय का पर्याय है। शिवपाल भाजपा को दिखा देंगे कि उनका समय खत्म हो गया है।” अखिलेश ने शिवपाल की सुरक्षा में गिरावट का जिक्र करते हुए कहा कि यह बेहद आपत्तिजनक कदम है। शिवपाल ने हालांकि कहा कि वह इस कदम से परेशान नहीं हैं क्योंकि अब लोग उनकी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।