TIL Desk Lucknow/ संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों व कर्मचारियों की मांगों को लेकर भारतीय मजदूर संघ की एक विशाल रैली 27 सितंबर 2023 को मान्यवर काशीराम को ईको गार्डन पार्क में आयोजित हुई जिसमें प्रदेश के समस्त विभागों, रैली में आशा, आंगनवाड़ी, एनएचएम, आयुष्मान भारत जोयना, जलकल विभाग, शुगर फैक्ट्री, डिसलेरी रोडवेज, विदयुत, बैंक, बीमा, रैल कृषि मजदूर, स्वायतशासी, सार्वजनिक क्षेत्र, प्रतिरक्षा, पोस्टल, बीएसएनएल समेत विभिन्न विभागों के नियमित, संविदा व आउटसोर्सिग के करीब एक लाख कर्मचारी शामिल हुए।
उक्त रैली को संबोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री अशोक कुमार शुक्ला ने कहा की प्रदेश एवं देश के विभिन्न विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों एवं श्रमिकों की समस्याएं निरंतर बढ़ती जा रही है सभी विभागों एवं उद्योगों में नियमित कर्मचारियों के स्थान पर संविदा एवं आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों की नियुक्तियां हो रही हैं और हर स्तर पर इनका शोषण किया जा रहा है इन कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा न मिलने कारण इनके और इनके परिवारों का भरण पोषण कठिन हो रहा है इसलिए प्रदेश सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे सभी कर्मचारियों को उचित वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराए।
रैली में पधारे भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सद्र प्रताप सिंह ने सरकारी कर्मचारियों की पेंशन की बहाली की मांग करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा जारी नई पेंशन नीति ने सुरक्षा एवं भविष्य को खतरे में डाल दिया है इस कारण वरिष्ठ नागरिकों का जीवन अधर में लटकता जा रहा है। साथ ही उन्होने केंद्र एवं प्रदेश सरकार से यह मांग की है कि यदि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली नहीं की जाती है। तो आने वाले समय में केंद्र एवं प्रदेश सरकारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।