दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (BJP) 27 साल के लंबे सूखे को समाप्त करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाने के लिए तैयार है. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 13 फरवरी के बाद होने की संभावना है. सूत्रों ने रविवार को कहा, बीजेपी राष्ट्रीय राजधानी में अगली सरकार का नेतृत्व करने के लिए अपने नेता को खोजने के लिए विचार-विमर्श कर रही है.
दिल्ली में शनिवार (8 फरवरी) को वोटों की गिनती के बाद बीजेपी ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें हासिल कर अपना 27 साल का लंबा इंतजार खत्म करते हुए दिल्ली की सत्ता में वापसी की. एक दशक से शहर पर शासन कर रही आप 22 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया समेत उसके प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा.
कौन बन सकता है दिल्ली का CM
मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा किए बिना चुनाव लड़ने वाली बीजेपी ने सरकार का मुखिया तय करने के लिए उच्च स्तरीय बैठकें शुरू कर दी हैं, जिसमें पांच नेता प्रमुख दावेदारों के रूप में उभर रहे हैं. नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को हराकर एक बड़े हत्यारे के रूप में उभरे परवेश वर्मा दिल्ली में संभावित मुख्यमंत्री चेहरों की सूची में सबसे आगे हैं.
इसके अलावा विजेंदर गुप्ता, एक वरिष्ठ बीजेपी नेता, जो दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य कर चुके हैं, एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा सतीश उपाध्याय, जो पहले प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं, दिल्ली बीजेपी के महासचिव आशीष सूद, जिनके केंद्रीय नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, और वैश्य समुदाय से आरएसएस के एक मजबूत सदस्य जितेंद्र महाजन अन्य दावेदार हैं.
PM मोदी का अमेरिकी दौरा
पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली मुलाकात के लिए 12-13 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करने वाले हैं. सूत्रों ने कहा कि अगले हफ्ते पीएम के विदेश से लौटने के बाद पार्टी सत्ता पर दावा पेश कर सकती है और उसके बाद शपथ ग्रहण होने की संभावना है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनने का निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा, उन्होंने शीर्ष पद पर किसी नए चेहरे के आने की संभावना भी जताई. पार्टी ने अपने राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए किसी महिला उम्मीदवार पर दांव लगाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया.