पूर्णिया
भारत और पाकिस्तान में चल रहे तनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पूर्णिया पहुंचे। पूर्णिया के समाहरणालय सभागार में सुरक्षा की दृष्टिकोण से उच्चस्तरीय बैठक की गई। सीएम नीतीश कुमार की इस उच्चस्तरीय बैठक में सेना के अधिकारी, बिहार के सभी सीमावर्ती जिलों के पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी और रेलवे के अफसर शामिल हुए। इस बैठक में सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। भारत-पाक तनाव के चलते पहले से ही पूरे बिहार में हाई अलर्ट है और बॉर्डर वाले इलाकों में खास सतर्कता बरती जा रही है।
जानकारी के अनुसार, सीएम नीतीश की बैठक में प्रमुख रूप से 7 विषयों पर चर्चा हुई। सीमावर्ती जिलों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली गई। सीमा पर चौकसी, गश्ती और आवागमन पर निगरानी के साथ मादक पदार्थों, अवैध आग्नेयास्त्रों और मानव तस्करी की रोकथाम को लेकर भी चर्चा की गई। जिला स्तरीय नागरिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से अग्निशमन और चिकित्सा व्यवस्था को अलर्ट रहने के लिए कहा गया। भारतीय सेना और केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के साथ समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में सीमा सुरक्षा बल सिलीगुड़ी और एसएसबी पटना के आईजी भी शामिल थे। दोनों अधिकारियों के साथ नेपाल और बंगाल सीमा से सटे राज्य के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामों को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बैठक में सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल के पुलिस महानिरीक्षक, चुनापुर एयरबेस के स्टेशन कमांडर, कटिहार रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के अलावा पूर्णिया और कोसी प्रमंडल के आयुक्त, पूर्णिया और सहरसा के पुलिस उपमहानिरीक्षक के अलावा पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और सुपौल के डीएम और पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से पूर्णिया कॉलेज के मैदान में उतरे। जहां से सड़क मार्ग से पूर्णिया समाहरणालय पहुंचे। जहां 45 मिनट तक अधिकारियों के साथ बैठक की गई। अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री हवाई मार्ग से पटना लौट गए।