Bihar & Jharkhand, State

डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान का सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ

पटना

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिवेशन भवन में भारत रत्न बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 'डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान' का शुभारंभ किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उ‌द्घाटन एवं शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अनुसूचित जति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के 600 लाभुकों को एकमुश्त राशि का अंतरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डॉ.अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान जनजागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सभी 36 जिलों के लिए रवाना किया। यह अभियान सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सांकेतिक रूप से चेक एवं नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के लाभार्थी चंदन कुमार एवं अभिषेक कुमार को 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया। साथ ही विद्यासागर मांझी को विकास मित्र का नियोजन पत्र, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति उद्यमी योजना के लाभार्थी करण कुमार को 6 लाख 60 हजार तथा राकेश कुमार को 8 लाख का स्वीकृति पत्र प्रदान किया। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी तारेंद्र कुमार को आयुष्मान भारत कार्ड प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत लाभार्थी पवन कुमार एवं चंदन कुमार को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

ज्ञातव्य है कि डॉ. अम्बेडकर समग्र सेवा अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदायों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत राज्य अंतर्गत लगभग 80,000 से अधिक छोटे-बड़े अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति टोलों में विशेष विकास शिविरों के माध्यम से सरकार की 22 प्रमुख योजनाओं सहित अन्य योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचाया जाएगा।

प्रत्येक प्रखंड की आधे पंचायतों के एक एक टोले में बुधवार एवं शेष पंचायतों के एक-एक टोले में शनिवार को शिविरों का आयोजन किया जाएगा। यह चक्र तब तक जारी रहेगा जब तक सभी पंचायतों के अंतर्गत आने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति टोलों को आच्छादित नहीं कर लिया जाए। प्रथम शिविर 14 अप्रैल, 2025 को सभी जिलों के एक-एक अनुचित जाति/अनुसूचित जनजाति टोले में जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में लगाया जा रहा है। प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा जिला स्तर पर उप विकास आयुक्त की देखरेख में इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन होगा।

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