इंदौर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर में पहुंचे. जहां वो विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे. मीडिया से रूबरू होते हुए सीएम ने कहा कि जल गंगा सर्वधन के तहत जो किया जा रहा है, उसके लिए मध्य प्रदेश पूरे देश में पहचाना जाता है. हमने जल पर बहुत काम किए हैं. पहले नदी जोड़ो अभियान, केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान, चंबल योजना. सीएम डॉ. मोहन ने कहा कि बीते दिन महाराष्ट्र सरकार के साथ तापी नदी के पानी संग्रहण को लेकर एक बड़ी योजना बनाई है. जिसके माध्यम से सवा लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होगी और महाराष्ट्र को भी इसका फायदा मिलेगा. जल सर्वधन के लिए जितना हमारी सरकार ने काम किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कार्यक्रम में आकर शोभा बढ़ाई है.
तापी बेसिन मेगा रीचार्ज परियोजना
बता दें कि शनिवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने ‘तापी बेसिन मेगा रीचार्ज परियोजना’ पर एमओयू साइन साइन किया. दोनों सरकारों के बीच ये एमओयू महाराष्ट्र अंतरराज्यीय नियंत्रण मंडल की 28वीं बैठक के बाद हुआ. तापी बेसिन मेगा रीचार्ज परियोजना विश्व की सबसे बड़ी ग्राउंड रिचार्ज परियोजना है. इस परियोजना को राष्ट्रीय जल परियोजना घोषित कराने के लिए केंद्र सरकार से चर्चा की जाएगी.
31.13 टीएमसी पानी का होगा उपयोग
इस मेगा रिचार्ज योजना में 31.13 टीएमसी पानी का उपयोग होगा. इसमें से 11.76 टीएमसी मध्य प्रदेश को और 19.36 टीएमसी पानी महाराष्ट्र के हिस्से में आएगा. इस प्रोजेक्ट से मध्यप्रदेश के 1 लाख 23 हजार 82 हैक्टेयर और महाराष्ट्र के 2 लाख 34 हजार 706 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी. इससे प्रदेश के बुरहानपुर-खंडवा जिले की बुरहानपुर, नेपानगर, खकनार और खालवा की 4 तहसीलें लाभान्वित होंगी.