चंडीगढ़
हरियाणा में निकाय चुनाव के लिए जोर-शोर से चुनाव प्रचार चल रहा है। इस बीच कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। इन नेताओं में पूर्व विधायक से लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले नेता भी शामिल हैं। करनाल से पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और जिला प्रवक्ता सतीश राणा ने बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी सिंह सैनी खुद सांगवान और राणा के घर गए। वहां उन्होंने दोनों नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया।
इस बीच बीजेपी अपने बागी नेताओं को वापस लेने को तैयार नहीं है। हिसार में पूर्व मेयर गौतम सरदाना और पूर्व जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन की वापसी लगभग तय थी। इसके लिए नायब सैनी का कार्यक्रम भी तय था। लेकिन पूर्व मंत्री कमल गुप्ता ने अड़ंगा लगा दिया। सरदाना और जैन की वजह से गुप्ता को विधानसभा चुनाव में नुकसान हुआ था। इसलिए उन्होंने सीएम का दौरा रद्द करवा दिया।
इन नेताओं ने बीजेपी जॉइन की
सबसे पहले पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस छोड़ी थी। 12 फरवरी को यमुनानगर की रादौर विधानसभा से पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस को अलविदा कहा। उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली। सैनी ने कांग्रेस छोड़ने की वजह पार्टी के बड़े नेताओं की आपसी फूट बताई। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस का राजपाठ आने लगता है तो पार्टी के बड़े नेता आपस में लड़ाई करने लग जाते हैं। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट जाता है। अब कार्यकर्ता हताश और मायूस थे।
रामनिवास राड़ा ने बीजेपी जॉइन की
19 फरवरी को हिसार से कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार रामनिवास राड़ा ने चंडीगढ़ में बीजेपी जॉइन की। नायब सैनी ने उन्हें पार्टी में शामिल किया। वह सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के करीबी थे। राड़ा कांग्रेस से मेयर का टिकट मांग रहे थे। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया था। बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। बीजेपी उम्मीदवार प्रवीन पोपली का समर्थन कर दिया।
कांग्रेस से भरा नामांकन, फिर बीजेपी जॉइन की
इस बीच फरीदाबाद में एक दिलचस्प मामला सामने आया। महिला नेता हरविंदर कौर मेहंदीरत्ता ने पहले आम आदमी पार्टी (AAP) का टिकट ठुकराया। फिर कांग्रेस से नामांकन भरा। इसके बाद बीजेपी में शामिल हो गईं। हरविंदर कौर वार्ड-9 से कांग्रेस की पार्षद उम्मीदवार थीं। उन्होंने कहा कि समाज के हित में यह फैसला लिया है। हरविंदर कौर ने 2024 में आप छोड़कर कांग्रेस जॉइन की थी। अब वह वार्ड से बीजेपी उम्मीदवार संगीता भाटिया के लिए वोट मांगेंगी।
रॉकी मित्तल की घर वापसीहरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल ने फिर सियासी पलटी मारी है। विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उस दौरान रॉकी ने राहुल गांधी को भाई बताते हुए माफी भी मांगी थी। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। अब निकाय चुनाव में वह टोहाना में बीजेपी के चेयरमैन उम्मीदवार सुरेंद्र मित्तल का प्रचार करते नजर आए। इस दौरान रॉकी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। रॉकी ने कहा कि राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं, लेकिन उनके पास प्यार का खोखा तक नहीं है।
बीजेपी ने दिया है ट्रिपल इंजन की सरकार का नारा
प्रदेश में 10 नगर निगमों समेत 40 शहरी निकायों में आम चुनाव और उपचुनाव होने हैं। पानीपत शहरी निकाय में नौ मार्च को तथा बाकी सभी शहरी निकायों में दो मार्च को वोट पड़ेंगे। 12 मार्च को मतों की गिनती होगी। भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव में जीत के लिए ट्रिपल इंजन की सरकार का नारा दिया है।
भाजपा ने एक दर्जन मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
हरियाणा सरकार के करीब एक दर्जन मंत्रियों को शहरी निकाय चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा सरकार के पूर्व मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों, राज्यसभा सदस्यों, सांसदों व विधायकों को भी शहरी निकाय चुनाव जिताने का लक्ष्य सौंपा गया है।
शहरी निकाय चुनाव में विधायकों तथा पार्टी नेताओं के प्रदर्शन के आधार पर बोर्ड, निगम और आयोगों में चेयरमैनी प्रदान की जा सकती है। हरियाणा भाजपा के प्रभारी डॉ. सतीश पुनिया स्वयं चुनाव की मानीटरिंग कर रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस के नव नियुक्त प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने स्वयं को इस चुनाव से अभी अलग रखा हुआ है।
कांग्रेस का है ये हाल
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का फोकस सिर्फ रोहतक नगर निगम के चुनाव पर है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन नगर निगमों में जा रहे हैं, जहां उन्हें बुलाया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा, कैप्टन अजय सिंह यादव और रणदीप सिंह सुरजेवाला की शहरी निकाय चुनाव में ज्यादा रुचि नहीं है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को पार्टी के उन नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिनके नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल होने से रह गये हैं। पिछले तीन दिनों के भीतर कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में तीन बार कांग्रेस नेताओं के नाम शामिल किए जा चुके हैं।
सभी वार्डों में उम्मीदवार तक खड़े नहीं कर पाई है कांग्रेस
कांग्रेस राज्य में सभी वार्डों में अपने उम्मीदवार तक खड़े नहीं कर पाई है। कई वार्ड ऐसे हैं, जहां पर प्रत्याशियों को सिंबल तक अलाट नहीं किए गए हैं। कांग्रेस द्वारा राज्य में चुनाव को गंभीरता से नहीं लड़ने की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस के सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने स्वयं मोर्चा संभाला है।
जितेंद्र बघेल बुधवार को फरीदाबाद तथा रोहतक के दौरे पर रहकर शहरी निकाय चुनाव को धार देने का प्रयास करेंगे। भाजपा नगर निगम के साथ नगर परिषद व पालिका के चुनाव भी सिंबल पर लड़ रही है।
जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल ने शहरी निकाय चुनाव में अपनी उपस्थिति अभी तक दर्ज नहीं कराई है। दिल्ली के चुनाव में आम आदमी पार्टी की निराशाजनक हार के बाद हरियाणा में आप शहरी निकाय चुनाव लड़ने की सिर्फ औपचारिकता निभा रही है।