TIL Desk लखनऊ:लखनऊ में उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड पर विरोध प्रदर्शन किया गया । सहारनपुर की दरगाह ‘अब्दुल्लाह शाह नेक मर्द’ के मुतावल्ली ने शिवसेना के सदस्यों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि कुछ लोग हैं जो सहारनपुर की वक्फ नम्बर 4 दरगाह की संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं। जबकि संपत्ति वक्फ बोर्ड में दर्ज है। वक्फ बोर्ड को गुमराह करके इन लोगों ने कमेटी भी बना लिया।
अब्दुल खालिक अंसारी ने बताया कि दरगाह की दुकानें और संपत्ति पर अराजक तत्व कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। अवैध कब्जेदार अपने आप को किसान यूनियन का सदस्य और पदाधिकारी बताते हैं। अवैध रूप से कब्जा करने वाले वक्फ नियमों को भी नहीं मानते हैं। खुद को किसान यूनियन का सदस्य बताने वालों ने बीते दिनों वक्फ बोर्ड पर प्रदर्शन करके दबाव बनाया और फर्जी कमेटी बना लिया।
‘फर्जी कमेटी पर वक्फ बोर्ड ने लगाया स्टे’
अब्दुल खालिक ने बताया कि दरगाह के आसपास लगे दो दर्जन से अधिक पीपल , जामुन समेत कई हरे पेड़ काट दिए। दुख की बात ये है कि पर्यावरण दिवस के दिन ही पेड़ों की अवैध कटाई की गई । उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान डेलिगेशन ने बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष अदनान फारूकी से मुलाकात किया। कार्यवाहक अध्यक्ष से शिकायत दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग किया है । उन्होंने बताया कि अदनान फारूकी ने फर्जी तरीके से बनी किसान यूनियन की कमेटी पर स्टे लगा दिया है । हरे पेड़ों को काटने पर कार्यवाहक अध्यक्ष ने नाराजगी भी जताई है। फिलहाल हमारी मांग को लेकर सुनवाई हो गई है। अब हम लोग कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। अगर मांग के अनुसार काम नहीं हुआ तो भविष्य में फिर वक्फ बोर्ड का घेराव करके प्रदर्शन करेंगे।
किसान यूनियन ने लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप
6 अगस्त को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने वक्फ बोर्ड का घेराव करके विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन में शामिल किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष आलोक वर्मा ने बोर्ड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। आलोक वर्मा ने प्रदर्शन के दौरान कहा था कि सहारनपुर के वक्फ नंबर 4 में 350 दुकान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। 350 दुकानों में मात्र 114 दुकानों का ही वक्फ बोर्ड में किराया आता है। बाकी दरगाह के मुतावल्ली वसूल करते हैं। उसे समय वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने किसान यूनियन के लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए प्रदर्शन खत्म करवाया था।