भोपाल
महाकुंभ के बहाने धर्म की एक नई बयार बह रही है। देश-दुनिया के लोग इसके प्रभाव में खिंचे चले आ रहे हैं। इस बीच धार्मिकता की वजह से पारिवारिक रिश्ते में कलह के अजीब मामले भी सामने आ रहे हैं। भोपाल कुटुंब न्यायालय में एक मामला पहुंचा जिसमें एक बैंक अधिकारी ने पत्नी के महाकुंभ जाने की बात से नाराज होकर तलाक मांगा है। इस मामले में पति की ओर से कहा गया है कि पत्नी अपनी सहेलियों के साथ धार्मिक यात्रा पर मेरे मना करने के बाद भी निकल जाती है। पिछले महीने ही वृंदावन से लौटी है और जब से आई है सिंदूर और बिंदी के बदले चंदन टीका लगाने लगी है। अभी मना करने के बावजूद महाकुंभ चली गई। वहां से लौटी तो रूद्राक्ष की माला पहनने लगी है। उसके ऐसे व्यवहार और पहनावे की वजह से आफिस की पार्टी में उसे ले जाने पर दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं। वह कभी भी ब्यूटीपार्लर नहीं जाती है और न ही सज-धज के रहती है।
इन मामलों में भी यही आधार
केस-1
35 वर्षीय व्यवसायी पति की शिकायत है कि पत्नी धार्मिक प्रवचनकारों का वीडियो देखने की आदी हो गई है। घर में भी टीवी पर प्रवचन का वीडियो ही देखती रहती हैं।
शहर में कहीं भी प्रवचन चल रहा हो तो वह जाने की जिद करती है। मेरे मना करने पर वह खुद सहेलियों के साथ चली जाती है। बच्चों की परीक्षाएं हैं और पत्नी बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है।
यहां तक कि घर में भी अक्सर भजन-कीर्तन कराती रहती है। पत्नी की शिकायत थी कि पति उसे बिल्कुल समय नहीं देते हैं। उनकी शादी के 10 साल हुए हैं।
केस-2
पति की शिकायत थी कि उसके पत्नी पहले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती थी।
जब सरकारी नौकरी नहीं लगी तो वह पूजा-पाठ और टोटके करने लगी।
उसको कोई सफलता तो नहीं मिल रही है, लेकिन उसका पूजा-पाठ बढ़ता जा रहा है।
आजकल वह धार्मिक गुरुओं के बताए टोटके करने के लिए घंटों मंदिर में बिताने लगी हैं।
उनके वीडियो को घर में भी चलाने लगी है, जिससे पूरा परिवार परेशान हो गया है।