TIL Desk Lucknow/ भारत देश में आदर्श शासन के लिए रामराज्य की चर्चा होती रही है, इसी परिकल्पना पर आधारित लीहिलिअस फिल्मस के बैनर तले बनी फिल्म रामराज्य समाज में बदलाव की बात करने के साथ उंचे ओहदो पर बैठे जिम्मेदार लोगों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराती है, जो अपने निजी कामों के चलते शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण चीजों को भूल जाते हैं। यह बात आज राजधानी में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में फिल्म रामराज्य के लेखक शिवानंद सिन्हा ने कही।
शिवानंद सिन्हा ने कहाकि ‘हमारी फ़िल्म रामराज्य किसी भी समुदाय के भेद भाव के ट्रेंड को फ़ालों नहीं करती, यह फिल्म बताती है की आदर्श सामाज कैसा होना चाहिये। इस फिल्म में समाज के सभी वर्गों के कलाकारो ने अभिनय किया हैं। दर्शक जब फिल्म देखेंगे तो उन्हें रामराज्य की सही परिभाषा पता चलेगी। उन्होने बताया की फिल्म रामराज्य आगामी 4 नवम्बर को अखिल भारतीय स्तर पर रिलीज होगी।
शिवानंद ने बताया की फिल्म रामराज्य के निर्माता प्रबीर सिन्हा हैं। स्क्रीनप्ले और संवाद मोहन प्रसाद ने लिखे हैं, निर्देशक नितेश राय हैं। फिल्म में मुख्य रूप से अमनप्रीत सिंह, शोभिता राणा, सलमान शेख़ के साथ गोविंद नामदेव, राजेश शर्मा, मुश्ताक़ खान, मनोज बक्शी, संदीप भोजक, शाश्वत प्रतीक, महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नज़र आएँगे। फिल्म की शूटिंग बोकारो, रांची, मुंबई और बनारस के विभिन्न लोकेशंस पर हुई है।
प्रेसवार्ता में फिल्म अभिनेता सास्वत प्रतीक ने कहा कि फिल्म रामराज्य देश और समाज में रामराज्य की परिकल्पना की बात करती है। फिल्म समाज में बढ़ते भेदभाव के पीछे का सच उजागर करेगी। अभिनेता संदीप भोजक ने कहा कि यह फिल्म मेरे लिए बहुत खास है। फिल्म में मेरे किरदार में अभिनय की विविधता सबको दिखेगी। हम सब की आँखो पर जो पट्टी बंधी हैं, वह इस फिल्म को देखने के बाद हट जाएगी।