Madhya Pradesh, State

मध्यप्रदेश के 7 जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट, तेज आंधी-बारिश की भी चेतावनी

भोपाल

 मध्यप्रदेश के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से इन दिनों प्रदेश का मौसम बदला हुआ है। इसके चलते मंडला, बालाघाट, सीधी-सिंगरौली समेत 7 जिलों में अगले 2 दिन तक ओले गिरने का अलर्ट है।

इसके अलावा प्रदेश के आधे हिस्से में तेज आंधी, गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना है। भोपाल-जबलपुर में भी मौसम बदला रहेगा। 23 मार्च के बाद प्रदेश के रात और दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।

इससे पहले बुधवार को नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, मंडला और मैहर जिलों में मौसम बदला रहा। कुछ जगहों पर बौछारें भी गिरीं। भोपाल में बादल छाए रहे।

आज गुरुवार को मंडला, बालाघाट, शहडोल, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज में ओले गिर सकते हैं।

सीहोर में गुरुवार सुबह घने बादल छाए रहे। बूंदाबांदी भी हुई। सुबह 8 बजे तक धूप नहीं निकला। इससे पहले बुधवार को नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, मंडला और मैहर जिलों में मौसम बदला रहा। कुछ जगहों पर बौछारें भी गिरीं। भोपाल में बादल छाए रहे। गुरुवार को यहां हल्की बारिश होने का अलर्ट है। इससे दिन के पारे में गिरावट हो सकती है।

मंडला, बालाघाट, शहडोल, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज में ओले गिर सकते हैं। भोपाल, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी और अनूपपुर में गरज-चमक, तेज आंधी और हल्की बारिश हो सकती है।

इस वजह से बदला एमपी का मौसम
बता दें की, मध्यप्रदेश के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी बारिश और ओले गिरने का दौर है। वहीं, एक टर्फ भी गुजर रहा है और एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी एक्टिव हो गया है।

जिसके असर से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा। 22 मार्च तक प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। इसके बाद पूर्वी हिस्से के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। 25 मार्च से पूरे प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ेगा।

अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम 21 मार्च: मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले, आंधी और गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट है। जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, दमोह, सागर, कटनी, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, सीहोर, हरदा में गरज-चमक के साथ तेज आंधी और हल्की बारिश हो सकती है।

22 मार्च: सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में बूंदाबांदी और बादल रहेंगे।

इस वजह से मौसम में बदलाव दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने की वजह से इन दिनों मौसम बदला हुआ है। वहीं, एक टर्फ भी गुजर रहा है। एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भी एक्टिव हो गया है। जिसके असर से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा।

22 मार्च तक प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। इसके बाद पूर्वी हिस्से के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। 25 मार्च से पूरे प्रदेश में गर्मी का असर बढ़ेगा।

महीने के आखिरी में चलेगी लू मौसम विभाग के अनुसार, मार्च के आखिरी दिनों में प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है।

अप्रैल-मई में हीट वेव का असर बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।

अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे मौसम विभाग ने इस साल अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे।

MP के 5 बड़े शहरों में मार्च में मौसम का ऐसा ट्रेंड…

भोपाल में दिन में तेज गर्मी के साथ बारिश भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है।

वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।

महीने के आखिरी में चलेगी लू, अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे

 मौसम विभाग के अनुसार, मार्च के आखिरी दिनों में प्रदेश में फिर से गर्मी का असर देखने को मिलेगा। कुछ इलाकों में लू भी चल सकती है। कई शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है।

बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।

मौसम विभाग ने इस साल अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे।

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