इंदौर
मध्यप्रदेश की सेंट्रल जेल से भीमराव अंबेडकर बाबा साहब की जयंती पर मध्यप्रदेश की सेंट्रल जेलों से अच्छे चाल चलन के चलते कैदियों को रिहा किया गया है। इंदौर की सेंट्रल जेल से भी ऐसे दस कैदियों को रिहा किया गया जो कि उम्र कैद की सजा काट रहे थे, जिसमें एक महिला कैदी भी शामिल है।
भीमराव अंबेडकर बाबा साहब की जन्म दिवस के मौके पर इंदौर की सेंट्रल जेल से ऐसे दस कैदी जिसमें एक महिला भी शामिल है को अच्छे चाल चलन के चलते रिहा किया है। किसी ने जमीनी विवाद के चलते अपने ही भाई की हत्या कर डाली तो किसी ने मामूली विवाद में ही अपनों का खून बहा दिया था।
वहीं एक कैदी ऐसा भी है जिसने जेल में रहकर 64 हजार की राशि भी कमाई है। जेल से छूटे कैदी बुरहानपुर के रहने वाले दशरथ ने बताया कि हत्या करने के बाद से ही पछतावा हो रहा है। अब बाहर जाकर जेल से मिली हुई राशि से खेती बाड़ी कर जीवन गुजरेंगे।