Madhya Pradesh, State

मध्य प्रदेश में अगले तीन दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान, गुना-अशोकनगर समेत 12 जिलों में हाई अलर्ट, श्योपुर में गिरे ओले

भोपाल
मध्य प्रदेश में शनिवार को सक्रिय मौसमी तंत्रों ने मौसम का रुख बदल दिया। दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बादल छाए और भोपाल सहित 20 से अधिक जिलों में बारिश हुई। कई क्षेत्रों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली, जिससे तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और अन्य साइक्लोनिक सिस्टम के कारण अगले तीन-चार दिन आंधी, बारिश और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।

जिलों में आंधी और बारिश का दौर
भोपाल में शाम चार बजे के बाद तेज हवाएं चलीं और रात तक कई हिस्सों में बारिश हुई। गुना में 35-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और 15 मिनट तक बारिश हुई, जबकि आरोन में 45 मिनट तक तेज बौछारें पड़ीं। राजगढ़, सीहोर, रायसेन, छतरपुर, दमोह, पन्ना, नरसिंहपुर, कटनी, उमरिया, शाजापुर, सागर, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, विदिशा, देवास, मुरैना, शिवपुरी, खंडवा, जबलपुर, टीकमगढ़, सतना, शहडोल और अनूपपुर में भी बारिश और हल्की आंधी दर्ज की गई। टीकमगढ़ में धूल भरी आंधी और काली घटाओं से दिन में अंधेरा छा गया, कई पेड़ उखड़ गए। दतिया में तेज आंधी के साथ बारिश हुई।

श्योपुर में गिरे ओले
श्योपुर जिले के कराहल तहसील के 12 से अधिक गांवों में 15 मिनट तक बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। इससे कराहल के उपार्जन केंद्र पर खुले में रखा 40 हजार क्विंटल गेहूं भीग गया। मौसम विज्ञानी एके शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश और आसपास सक्रिय दो साइक्लोनिक सिस्टम के कारण मौसम में बदलाव जारी रहेगा।

मौसमी तंत्र बने बारिश का कारण
पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और हिमालय क्षेत्र में सक्रिय है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में डेढ़ किमी ऊंचाई पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड से उत्तरी ओडिशा तक एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन प्रभावी है। इन तंत्रों के कारण प्रदेश में बारिश और आंधी का दौर चल रहा है।

रविवार को ओलावृष्टि की आशंका
मौसम विभाग ने रविवार को गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया और डिंडोरी में बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। इन जिलों में किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम का यह बदला मिजाज अगले कुछ दिनों तक राहत और चुनौतियां दोनों ला सकता है।

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