भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन को साकार करते हुए प्रदेश में आईटी और संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पहली सेक्टर आधारित "टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव" का आयोजन किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग श्री संजय दुबे ने "मध्यप्रदेश के उभरते एवीजीसी- एक्सआर (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग,कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी) ईकोसिस्टम" विषय पर राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस- 3 को ब्रिलियेंट कन्वेशन सेंटर, इंदौर में संबोधित किया। उन्होंने एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र के उद्योपतियों ने इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश की संभावनाओं/ निवेश पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र में मध्यप्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार इस क्षेत्र में निवेश और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एसीएस श्री दुबे ने बताया कि प्रदेश में इस उद्योग के विकास के लिए अनुकूल माहौल हैं।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर एमपीएसईडीसी श्री गुरु प्रसाद, श्री आशीष कुलकर्णी, संस्थापक, पुन्नरीयुग आर्ट विजन प्राइवेट लिमिटेड, श्री मनीष राजोरिया, पर्पल टर्टल के सह-निर्माता, श्री रेन चिलका, संस्थापक – ग्रीन गोल्ड एनीमेशन प्राइवेट लिमिटेड सहित कई उद्योगपति/निवेशक उपस्थित थे।
एसीएस श्री दुबे ने कहा कि 4 नई नीतियों के लिए गाइडलाइंस का अनावरण मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में कॉन्क्लेव के दौरान किया जाएगा। एसीएस श्री दुबे ने जानकारी दी कि जीआईएस- 2025 के दौरान की गई राज्य सरकार की प्रतिबद्धताएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। कई नई पहलें भी आज साकार होने जा रही हैं। आज 'नो-क्वेरी पोर्टल' भी लॉन्च किया गया है, जहां आवेदक बिना भौतिक दस्तावेज प्रस्तुत किए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और 30 दिनों में जवाब प्राप्त कर सकते हैं।
एसीएस श्री दुबे कहा राज्य में एवीजीसी क्षेत्र के लिए 4 उन्नत प्रयोगशालाएँ स्थापित करने और एक विशेष मीडिया पार्क बनाने की भी योजना है। एसीएस श्री दुबे ने बताया कि राज्य में प्रतिभाशाली युवाओं की बड़ी संख्या है, जो एवीजीसी सेक्टर में राष्ट्रीय नेतृत्व करने की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने सभी उद्योगपतियों, निवेशकों को 'मध्यप्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव- 2025' में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।