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बैठक में एस.जी.पी.सी. के प्रधान के पद से हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे पर बड़ा फैसला, नहीं हुआ स्वीकार

अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य कार्यालय तेजा सिंह सुमंदरी हॉल में आज अंतरिम कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में एस.जी.पी.सी. के प्रधान के पद से हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे पर बड़ा फैसला लिया गया है। फिलहाल हरजिंदर सिंह धामी का इस्तीफा आंतरिक कमेटी द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है। कमेटी ने हरजिंदर सिंह धामी से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की गई। आंतरिक कमेटी में निर्णय लिया गया कि आंतरिक कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल हरजिंदर सिंह धामी से मुलाकात करेगा। 5 सदस्यीय कमेटी धामी से मुलाकात करेगी और हरजिंदर सिंह धामी से अपनी सेवाएं वापस लेने की अपील करेगी। कमेटी के सदस्यों ने कहा कि वे जल्द ही दो-तीन दिन में फिर बैठक करेंगे जिसमें कोई और बड़ा फैसला लिया जाएगा।

यहां यह उल्लेखनीय है कि एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी द्वारा 17 फरवरी को इस्तीफा दिए जाने के बाद शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव ने 72 घंटे के नोटिस पर आपात बैठक बुलाई है और इस दौरान शिरोमणि कमेटी के सदस्य, अकाली लीडरशिप और पंथक संगठन उनसे इस्तीफा वापस लेने की अपील कर रहे हैं, लेकिन वह अभी भी अपने फैसले पर अड़े हुए हैं।

जत्थेदार की पोस्ट के बाद दिया था इस्तीफा
दरअसल, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर लगे आरोपों की जांच कराई थी, जिसके बाद इसी जांच के आधार पर उन्हें जत्थेदार के पद से मुक्त कर दिया गया था। जिसके बाद अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एस.जी.पी.सी. के निर्णय पर आपत्तियां व्यक्त की गईं। जत्थेदार ने कहा कि था कि एस.जी.पी.सी. के पास जत्थेदार के खिलाफ जांच करने का कोई अधिकार नहीं है। किसी भी जत्थेदार की जांच केवल श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा ही की जा सकती है, जिसके बाद जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी।

निगरानी कमेटी से भी बाहर
अपने इस्तीफे की ऐलान के साथ ही धामी ने यह भी कहा था कि वह शिरोमणि अकाली दल के सदस्यता अभियान की देखरेख के लिए गठित 7 सदस्यीय कमेटी से भी बाहर हो रहे हैं। उन्होंने जत्थेदार को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी थी। धामी के कमेटी से बाहर होनेके बाद एस.जी.पी.सी. के पूर्व अध्यक्ष कृपाल सिंह बडूंगर ने भी 7 सदस्यीय कमेटी से बाहर होने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि जब कमेटी के अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है तो वह सदस्य मीटिंग कैसे करेंगे?

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