TIL Desk लखनऊ:👉भारत के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, इण्डियन ओवरसीज़ बैंक (आइओबी) ने तेलीबाग, अयोध्या, बलरामपुर, ललितपुर, सुगामऊ, बांदा, बिजनौर रोड, दुबग्गा, कल्याणपुर कानपुर, मोहनलालगंज, विराजखंड गोमतीनगर में 11 नई शाखाएँ खोली, जिनमें भौतिक रूप से दो शाखाओं तथा नौ अन्य शाखाओं का वर्चुअली उद्घाटन श्री अजय कुमार श्रीवास्तव, प्रबंध निदेशक व सीईओ, इण्डियन ओवरसीज़ बैंक द्वारा पूर्ण चंद्र शतपथी, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक, लखनऊ की उपस्थिति में किया गया। यह शाखाओं का विस्तार आने वाले दो वर्षों में पूरे उत्तर प्रदेश में 100 शाखाएँ खोलने की बैंक की योजना के अनुरूप है।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए, इण्डियन ओवरसीज़ बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ, अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “हम उत्तर प्रदेश के लोगों की सेवा करने और राज्य के वित्तीय समावेशन एजेंडे का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लखनऊ भर में इन नई शाखाओं के खुलने से क्षेत्र में आइओबी की कुल शाखा संख्या 81 हो गई है। ये शाखाएँ स्थानीय समुदायों की बढ़ती बैंकिंग जरूरतों को पूरा करेंगी, जमा, ऋण, प्रेषण और बीमा सहित उत्पादों व सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करेंगी।” अब बैंक की पूरे भारत में 3,264 शाखाएँ और उत्तर प्रदेश में 231 शाखाएँ हैं।
इसके अलावा, बैंक अपने ग्राहकों को प्रतिस्पर्धी और आकर्षक वित्तीय उत्पाद प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए, सभी बैंकों के बीच 444 दिनों की जमा पर सबसे अधिक ब्याज दर की पेशकश भी कर रहा है। बैंक ने अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए चालू वित्तीय वर्ष में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
अपनी भौतिक उपस्थिति को बढ़ाने के अलावा, आइओबी अपनी डिजिटल पेशकशों को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। बैंक ने अपने ग्राहकों को निर्बाध बैंकिंग अनुभव प्रदान करने के लिए ‘मेरा नाम मेरा खाता’ और खाता पोर्टेबिलिटी जैसी कई नवीन योजनाएं शुरू की हैं।
इण्डियन ओवरसीज़ बैंक (आइओबी) के बारे में
विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी इण्डियन ओवरसीज़ बैंक (आइओबी) की स्थापना 10 फरवरी, 1937 को एम.सी.टी.एम. चिदम्बरम चेट्टियार द्वारा की गई थी। वर्ष 1969 में, आइओबी भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीयकृत 1 14 प्रमुख बैंकों में से एक था।
वर्तमान में, आइओबी की 3264 शाखाओं और 3500 एटीएम और 7251 कारोबार संवादी की मजबूत घरेलू उपस्थिति है और हम भारत सहित चार देशों: सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड और श्रीलंका में भी