जयपुर
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 15,000 वर्ग मीटर का विस्तार किया जा रहा है। करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से इस एयरपोर्ट को सालाना 80 लाख यात्रीभार के लिए सुविधाओं के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इसकी मौजूदा यात्री भार क्षमता 61 लाख सालाना है। इस एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 पर नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। करीब 14 परियोजनाएं इसके लिए यहां शुरू की गई हैं। इन परियोजनाओं को 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में टर्मिनल 2 पर 39 चेक इन काउंटर हैं। इनकी संख्या अब बढ़कर 63 हो जाएगी। जिससे यात्रियों के चेक इन टाइम में काफी कमी आ सकेगी।
इसके साथ ही टर्मिनल पर 8 नए सेल्फ बैगेज ड्रॉप काउंटर भी बनेंगे। जयपुर में ऐसे काउंटर पहली बार लगाए जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा प्रबंधों को बढ़ाने के लिए 9 नई एक्सरे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम मशीनों को भी यहां लगाया जाएगा।
फिलहाल यहां पहले से 9 एक्सरे इंस्पेक्शन सिस्टम मौजूद हैं। अब इनकी संख्या बढ़कर 18 हो जाएगी। टर्मिनल पर बोर्डिंग गेट भी 6 से बढ़ाकर 10 किए जाएंगे। ताकि एक साथ ज्यादा विमानों में बोर्डिंग की जा सके। इसके लिए दो नए एयरोब्रिज बनेंगे। टर्मिनल 2 की दूसरा मंजिल पर ये एयरोब्रिज लगाए जाएंगे। इससे विमानों के टर्नअराउंड का समय भी कम होगा। इसके साथ ही पोर्च क्षेत्र में 6 हजार वर्ममीटर का फोरकोर्ट एरिया भी विकसित किया जा रहा है। इससे एयरपोट आने-जाने वाले आम लोगों को भी सहूलियत होगी।