खूंटी
महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध रोकने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. झारखंड के खूंटी जिले से एक भयावह घटना सामने आई है, जिसने महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बच्चियों का अपहरण और जंगल में दरिंदगी
यह घटना शुक्रवार देर रात की है जब पांच नाबालिग लड़कियां रानिया इलाके में एक विवाह समारोह में शामिल होकर घर लौट रही थीं. तभी 18 नाबालिग लड़कों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और जबरन जंगलनुमा पहाड़ी क्षेत्र में ले गए. वहां उन्होंने तीन किशोरियों (12 से 16 वर्ष की उम्र) के साथ सामूहिक बलात्कार किया.
पुलिस ने दिखाई तत्परता, सभी आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलने के बाद पीड़ित बच्चियों के परिजनों ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. खूंटी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमन कुमार ने बताया कि रविवार को रानिया थाने में केस दर्ज होते ही पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और विशेष टीम गठित कर 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इन सभी की उम्र 12 से 17 वर्ष के बीच है और उन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया है.
पीड़ित बच्चियों की मेडिकल जांच कराई जाएगी
पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़कियों की सोमवार को मेडिकल जांच कराई जाएगी, जिससे इस जघन्य अपराध की पुष्टि हो सके. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आगे की जांच में जुट गई है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएं
झारखंड में हाल के वर्षों में महिलाओं और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि देखी गई है. इस घटना के बाद क्षेत्र में डर और गुस्से का माहौल है. सरकार और प्रशासन को महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.