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ज्योति मल्होत्रा ​​को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

चंडीगढ़/हिसार
 हिसार कोर्ट ने ज्योति मल्होत्रा को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजा। ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी का आरोप है। ज्योति मल्होत्रा से अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि वह चार PIOs के संपर्क मं थी। पिछली बार जब पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट में पेश किया था। तब कोर्ट ने ज्योति की रिमांड चार दिन के बढ़ाई थी। इससे पहले कोर्ट ने ज्योति को पांच दिन के पुलिस रिमांड में भेजा था। 9 दिन की कुल पुलिस रिमांड के बाद अब कोर्ट ने ज्योति मल्होत्रा को 14 दिनों के जेल भेज दिया है। ज्योति के पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि पहली पाकिस्तान यात्रा के बाद उसे विशेष वीजा और ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी से सुरक्षा भी मिली थी।

पाकिस्तान का 'मोहरा' था ज्योति?
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा मामले में डिजिटल फॉरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि वह पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी ISI की नैरेटिव बनाने वाली योजना में 'एसेट' थी। यह भी खुलासा हुआ है कि ज्योति की दानिश से नजदीकी थी। हालांकि हरियाणा की हिसार पुलिस को बेहद संवेदनशील जानकारी के लीक होने के सबूत नहीं मिले हैं। हिसार पुलिस ज्योति को मिलने वाले फण्ड के सोर्स की भी जांच कर रही हैं। हिसार पुलिस ने ज्योति के धर्म बदलने और दानिश की शादी की बात का खंडन किया है।

ज्योति को सौंपे गए थे तीन काम
अभी तक की जांच में खुलासा हुआ है कि सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया कि ज्योति दो बार 2023 में पाकिस्तान गई। ज्योति को वीजा दिलवाने, रहने और यात्रा का प्रबंध दानिश नाम ने किया। दानिश ISI के लिए काम करता था। वह पहलगाम हमले के बाद भारत से निष्कासित हो चुका है।पाकिस्तान में अली हसन नामक ISI एजेंट ने ज्योति से संपर्क किया और उसे तीन मुख्य काम सौंपे गए थे। इसमें पहला काम था कि पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाना दूसरा काम था कि भारत में पाकिस्तान विरोधी नैरेटिव बदलना। इसके अलावा ज्योति को अपने जैसे और लोगों की भर्ती करने की जिम्मेदारी दी गई थी।

दूसरी बार पाकिस्तान के लिए मिला विशेष वीजा

ज्योति ने पहली बार पाकिस्तान की यात्रा के बाद विशेष वीजा हासिल किया था. जिसे ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी मिली थी. यात्रा के वीडियो सार्वजनिक होने के बाद उसके सोशल मीडिया फॉलोअर्स और व्यूज़ में तेजी से वृद्धि हुई थी. हिसार पुलिस का मानना है कि ज्योति ने जानबूझकर ISI की योजनाओं का साथ दिया ताकि उसे विशेष सुविधाएं और वीआईपी ट्रीटमेंट मिल सके. यह तरीका ISI का सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को आकर्षित करने का एक आम हथकंडा माना जाता है.
डिजिटल सबूतों से स्ट्रॉन्ग हुआ केस

मौजूद डिजिटल सबूत इतने मजबूत हैं कि ज्योति के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया जा सकता है. पुलिस ने फिलहाल उसकी गिरफ्तारी के बाद हिरासत की मांग नहीं की है, लेकिन गहराई से जांच जारी है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि ज्योति को मिलने वाले फंड्स का स्रोत क्या है.

AK-47 से लैस कुछ सुरक्षाकर्मी
इस बीच स्कॉटलैंड के एक कंटेंट क्रिएटर और यूट्यूबर का वीडियो सामने आया है, जिसमें गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा भी नजर आ रही हैं. वीडियो में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ज्योति के पीछे AK-47 से लैस कुछ सुरक्षाकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं, जिससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

इस वीडियो के सामने आने के बाद एक बार फिर ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान से जुड़े रिश्तों पर सवाल उठने लगे हैं. यह वीडियो स्कॉटलैंड के यूट्यूबर कैलम का है, जिसमें ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के न्यू अनारकली बाजार में व्लॉगिंग करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में उनकी मौजूदगी और वहां की गतिविधियों ने उनकी गतिविधियों को लेकर नई बहस छेड़ दी है.

जैकेट्स पर लिखा- "No Fear"
लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि वीडियो में ज्योति मल्होत्रा के साथ छह से सात लोग नजर आ रहे हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मी बताया जा रहा है. इन लोगों के हाथों में AK-47 जैसे हथियार हैं और ये सभी सेमी-फॉर्मल कपड़ों में दिखते हैं. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ये सभी गनर ज्योति को किसी वीआईपी की तरह सुरक्षा दे रहे हैं. खास बात यह है कि इन सुरक्षाकर्मियों ने जो जैकेट्स पहनी हैं, उन पर "No Fear" लिखा हुआ है.

वीडियो में स्कॉटिश यूट्यूबर कैलम ने अपनी हैरानी जताते हुए कहा कि एक आम यूट्यूबर के लिए इतनी जबरदस्त सुरक्षा देख कर मैं हैरान रह गया. उन्होंने सवाल उठाया, 'आख़िर इतनी बंदूकों की जरूरत क्या है?' कैलम ने यह भी कहा, 'देखिए कैसे उसे बंदूकधारी घेरे हुए हैं, मानो कोई हाई-प्रोफाइल शख्सियत हो.'

उठने लगे कई तरह के सवाल
वीडियो सामने आने के बाद कई गंभीर सवाल उठने लगे हैं, क्या ज्योति वाकई सिर्फ एक ट्रैवल व्लॉगर हैं या उनके पीछे कोई छुपा एजेंडा है? आखिर उन्हें पाकिस्तान में इतने हाई-प्रोफाइल सुरक्षा इंतजामों की जरूरत क्यों पड़ी? सबसे बड़ा सवाल ये है कि वीडियो में नजर आ रहे सुरक्षाकर्मी क्या सच में किसी सरकारी एजेंसी से जुड़े हैं या ये महज़ दिखावे के लिए रखे गए प्राइवेट बाउंसर्स हैं?

 

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