TIL Desk Lucknow/ वैश्विक पुरस्कारों और सम्मानों से उत्साहित होकर, केरल टूरिज़्म कई नई परियोजनाएं और कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है जो इस राज्य को एक ऑल-सीज़न-डेस्टिनेशन में बदल देंगे। इतना ही नहीं, इससे नए जमाने के यात्रियों के लिए गांवों के दूरदराज हिस्सों और कम मशहूर जगहों की मंत्रमुग्ध करने वाली खूबसूरती पेश की जाएगी और उन्हें अपनी यात्रा के दौरान कुछ नया सीखने वाला, आरामदायक और ताजगी से भरपूर अनुभव मिलेगा। केरल टूरिज़्म के लिए 2022 महत्वपूर्ण उपलब्धियों और प्रेरणादायक वैश्विक और राष्ट्रीय सम्मानों से भरा साल रहा है।
टाइम मैगेज़ीन ने केरल को ‘50 एक्स्ट्राऑर्डिनरी डेस्टिनेशन्स टू एक्सप्लोर इन 2022’ में से एक के तौर पर प्रस्तुत किया है। कॉन्डे नास्ट ट्रेवलर मैगेज़ीन ने केरल के ‘अयमानम गाँव’ को यात्रा करने के लिए साल 2022 के 30 सर्वोत्तम जगहों में से एक के तौर पर पेश किया है और केरल राज्य को ट्रैवल एंड लीशर मैगेज़ीन द्वारा ग्लोबल विज़न पुरस्कार के लिए चुना गया। इसके साथ ही ट्रैवल प्लस लीशर के पाठकों द्वारा केरल राज्य को ‘बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन’ के तौर पर चुना गया।
मार्केटिंग कैम्पेन पर प्रतिक्रिया देते हुए पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा, “हमारा फोकस केवल समुद्री तटों, बैकवाटर और हिल स्टेशनों तक सीमित नहीं रहेगा। अब हम संपूर्ण केरल का बदलाव करने जा रहे हैं और इसे आपस में जुड़ा हुआ पर्यटकों का स्वर्ग बना रहे हैं जहाँ यात्रियों को बहुत सारे विकल्प और विविध प्रकार के अनुभव प्राप्त हो सकेंगे। इन सबकी वजह से केरल की यात्रा उन यात्रियों के लिए एक समग्र अनुभव होगा जो विविध प्रकार के अनुभवों की तलाश में रहते हैं – चाहे हाउसबोट में रहना हो या एक कारवैन में, पर्यावरण की दृष्टि से ज़िम्मेदार साहसिक गतिविधियाँ हो या फिर विरासत और सांस्कृतिक केंद्रों की यात्रा।” उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा, “एक ग्लोबल वेडिंग डेस्टिनेशन और हनीमून पर जाने वाले कपल्स के लिए एक स्वर्ग के तौर पर केरल का प्रचार करने के लिए एक संगठित रणनीति के तहत विभिन्न प्रकार की मार्केटिंग गतिविधियों की योजना बनाई गई है।”
केरल टूरिज़्म के प्रधान सचिव, के एस श्रीनिवास ने कहा कि राज्य में पिछला साल, खास तौर पर कोविड-19 महामारी द्वारा बुरी तरह प्रभावित होने के बाद पर्यटन क्षेत्र के लिए लाभ और उपलब्धियों से भरा रहा है । उन्होंने कहा, “केरल के हाउसबोट, कारवैन स्टे, जंगल लॉज, प्लांटेशन की यात्रा, होमस्टे, आयुर्वेद आधारित वेलनेस सॉल्यूशन्स, ग्रामीण क्षेत्रों में पैदल यात्रा और हरियाली से भरे पर्वतों की ट्रेकिंग सहित साहसिक गतिविधियाँ यह सब यात्रियों के लिए बहुत ही आनंददायक रहेंगे और उन्हें एक अनोखा अनुभव प्रदान करेंगे।” उन्होंने कहा, “हमारे प्रयास यात्रियों को ऐसी जगहों की यात्रा पर जाना सुविधाजनक बनाएंगे जहाँ पर्यटक नहीं गए हैं और हमारे राज्य में ऐसी खूबसूरत जगहों की भरमार है।”
केरल टूरिज़्म डायरेक्टर, पी बी नूह ने कहा, “ केरल की नई परियोजनाओं जैसे कारवैन टूरिज़्म– “केरावैन केरला”, और इसके साथ ही समुद्री तट, हिल स्टेशन, हाउसबोट और बैकवॉटर सेगमेंट जैसे इसके मूलभूत एसेट्स को प्रदर्शित करने और असरदार तरीके से बढ़ावा देने के लिए हमने विस्तृत योजनाएं बनाई हैं ताकि यात्रियों के संपूर्ण अनुभव को ऊंचाई तक ले जाया जा सके। ” उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा, “पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हमारे नए कार्यक्रम पर्यावरण की अनिवार्यताओं और संवहनीयता के अनुरूप हैं।”