TIL Desk लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुटीर, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्री राकेश सचान ने कहा है कि एमएसएमई क्षेत्र को विकसित किये बगैर देश की प्रगति सम्भव नहीं है और राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का सपना भी इस क्षेत्र को बढ़ावा दिये बगैर पूरा नहीं किया जा सकता।
सचान उद्योग मंडल ‘द एसोसिएटेड चैम्बर्स आफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री आफ इंडिया’ (एसोचैम) द्वारा बुधवार को आयोजित दो दिवसीय ‘उत्तर प्रदेश एमएसएमई सम्मेलन’ के उद्धाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला क्षेत्र एमएसएमई ही है। इसके माध्यम से बहुत बड़ी संख्या में युवाओं को रोजार मिल सकता है। भारत की जीडीपी में एमएसएमई का योगदान 30 प्रतिशत है। जबकि निर्यात में भी उसकी हिस्सेदारी 50 प्रतिशत के आसपास है।
सचान ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की सभी 90 लाख से ज्यादा एमएसएमई इकाइयों को सरकारी पोर्टल पर पंजीकृत कराने के लिये प्रयास कर रही है। सरकार ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) योजना के जरिये स्थानीय उत्पादों को पूरी दुनिया में पहचान दिलायी है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे पूरे देश की योजना बनाया है।
उत्तर प्रदेश में लैंड बैंक बनाने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसएमई को सस्ती जमीन दिलवाने के लिये ‘प्लेज स्कीम’ शुरू की है।
सचान ने कहा कि प्रदेश की एमएसएमई नीति कई मायनों में अनोखी है। इसमें एक करोड़ तक के एमएसएमई को भी ब्याज में 50 प्रतिशत की सब्सिडी की व्यवस्था है।
इससे पहले, एसोचैम बिजनेस फैसिलिटेशन और ग्लोबल कॉम्पिटीटिवनेस की चेयरपर्सन सुषमा पॉल बेरलिया ने स्वागत भाषण किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट गारंटी योजना जैसे कदम उठाकर एमएसएमई को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। एमएसएमई विकसित भारत के विजन के तहत एसोचैम ‘उत्तर प्रदेश एमएसएमई सम्मेलन’ आयोजित कर रहा है। इस सिलसिले को बरकरार रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई की सहभागिता और उनमें रोजगार को बढ़ाकर ही विकसित भारत का सपना पूरा किया जा सकता है।
सिडबी के महाप्रबंधक मनीष सिन्हा ने कहा कि केन्द्र सरकार देश की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर है। यूपी सरकार ने 2027 तक यूपी को एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में ‘उत्तर प्रदेश एमएसएमई सम्मेलन’ का कार्यक्रम सही समय पर आयोजित किया गया है।
उन्होंने कहा कि जब हम विकसित भारत की तरफ बढ़ रहे हैं तो एमएसएमई की चुनौतियों पर चीजें बिलकुल साफ होनी चाहिये और एक पुख्ता रणनीति बनानी होगी।
बाइट-वित्त मंत्री, सुरेश कुमार खन्ना
बाइट::(MSME) मंत्री, राकेश सचान