TIL Desk Lucknow/ केंद्र सरकार एवं आईबीए की हठधर्मिता के कारण बहुत समय से लंबित मांगों हेतु आज यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के बैनर तले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मियों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, हजरतगंज शाखा के समक्ष सभा एवं प्रदर्शन किया।
फोरम के प्रदेश संयोजक वाई. के. अरोड़ा ने बताया हमारी प्रमुख मांगे जिसमें पांच दिवसीय बैंकिंग, पेंशन का पुन: निर्धारण, नवीन पेंशन योजना की समाप्ति एवं पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, बैंक कर्मियों के दीर्घ लंबित मुद्दों पर निर्णय, (CSB Bank) सीएसबी बैंक में वेतन समझौते को लागू करना आदि हैं। इसी क्रम में फोरम ने 27 जून को देशव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है।
प्रदर्शन को पवन कुमार, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, (ऑयबाक), अखिलेश मोहन, महामंत्री (एन.सी.बी.ई.), दीप बाजपेई, प्रदेश उपाध्यक्ष, (यू.पी.बी.ई.यू.), फोरम के लखनऊ संयोजक अनिल श्रीवास्तव, एस.के. संगतानी, महामंत्री, सिंडीकेट बैंक एम्पलाइज यूनियन, पी.एस. भाटिया, पंजाब एंड सिंध बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, सौरभ श्रीवास्तव, महामंत्री, बैंक ऑफ इंडिया आफीसर्स एसोसिएशन, वीके श्रीवास्तव, सहायक महामंत्री, सेंट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के अतिरिक्त एसके अग्रवाल, वीके माथुर, संदीप सिंह, विभाकर कुशवाहा, मनमोहन दास, दिवाकर सिंह, बीडी पांडेय तथा नीलम वार्श्नेय आदि बैंक नेताओं ने बैंक कर्मियों की मांगों पर ध्यान न देने के लिए केंद्र सरकार एवं आईबीए की घोर निन्दा की। फोरम के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि 27 जून की देशव्यापी बैंक हड़ताल के पूर्व 16 जून को बैंक शाखाओं के बाहर पोस्टर, 20 जून को धरना तथा 24 जून को प्रदर्शन किया जाएगा।