लखनऊ डेस्क/ लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) की एक टीम ने हमला कर मालकिन की जान लेने वाला पिटबुल डॉग को पकड़ लिया है। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी। कुत्ते के मालिक अमित त्रिपाठी द्वारा पालतू जानवर रखने के लिए अनिवार्य लाइसेंस न दिखाने पर यह कार्रवाई की गई।
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिटबुल को कारावास में रखा जाएगा और विशेषज्ञ इसकी प्रकृति और व्यवहार की निगरानी करेंगे। पशु कल्याण के एलएमसी के संयुक्त निदेशक अरविंद राव ने कहा, कुत्ते को अपने पास रखने या किसी पशु कल्याण संगठन को देने का निर्णय उसके व्यवहार के विश्लेषण के बाद लिया जाएगा।
पिटबुल को इंदिरा नगर के एलएमसी शेल्टर होम में रखा गया है। मालिक अमित त्रिपाठी के पास दो पालतू कुत्ते ब्राउनी नामक पिटबुल और डेजी नामक लैब्राडोर है। इनमें से अमित के पास सिर्फ लैब्राडोर का ही लाइसेंस है। पिटबुल का लाइसेंस दिखाने में वह असमर्थ रहा।
स्थानीय निवासी भी हत्यारे कुत्ते को पास में रखे जाने के खिलाफ थे। 82 वर्षीय सविता त्रिपाठी को मंगलवार को उसी के पालतू पिटबुल डॉगी ने नोच-नोचकर मार डाला। उस वक्त उसका बेटा अमित काम पर गया हुआ था।
सविता की चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों ने अमित को इसकी सूचना दी। जब वह घर पहुंचा तो उसकी मां खून से लथपथ पड़ी थी। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।