नवांशहर
यहां ‘ड्रग्स के खिलाफ युद्ध’ अभियान के तहत ‘नशा मुक्ति यात्रा’ का शुभारंभ करने के अवसर पर आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब उन्होंने नशे के खिलाफ काम शुरू किया तो लोगों ने उनसे कहा कि यह बहुत खतरनाक काम है और वे आपकी जान ले लेंगे, लेकिन उन्होंने लोगों से वादा किया था कि वह नशे को खत्म करके रहेंगे, चाहे जान बचे या न बचे। पंजाब की भावी पीढ़ियों को बचाने के लिए उनकी जान भी हाजिर है। आज तस्करों द्वारा ड्रग्स बेचकर बनाए गए बड़े-बड़े मकानों पर बुलडोजर चल रहे हैं।
कई लोग रोते हुए कह रहे हैं कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं की थी कि ऐसा समय आएगा जब नशा तस्करों के घर तोड़ दिए जाएंगे और ऐसी सरकार सत्ता में आएगी। केजरीवाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि अगर पंजाब के 3 करोड़ लोग हाथ मिला लें तो उन्हें नशे को खत्म करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि आज से पंजाब में नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन बनाने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे अगले डेढ़ महीने में 13,000 गांवों में जाएंगे और लोगों से बात करेंगे। वह शहरों के प्रत्येक वार्ड में जाएंगे ताकि नशीले पदार्थों को खत्म किया जा सके।
पंजाबियों से लिए गए 4 बड़े वादे
पहला वादा यह था कि यहां जितने भी लोगो हैं, सभी को शपथ लेनी होगी कि वे नशा नहीं करेंगे और सभी को अपने-अपने इलाके की जिम्मेदारी लेनी होगी। दूसरा वादा यह है कि कोई भी अपने गांव में नशीले पदार्थ नहीं बिकने देगा। इसलिए पुलिस, प्रशासन और राजनेता सभी उनका सहयोग करेंगे। तीसरा वादा यह है कि यदि कोई ड्रग डीलर पकड़ा जाता है तो कोई भी उसे छुड़ाने के लिए जमानत नहीं करेगा, चाहे वह आपका खासमखास ही क्यों न हो। चौथा वादा यह है कि नशे की लत में फंसे लोगों को इससे छुटकारा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और इसके लिए पंजाब में कई ओट क्लीनिक और नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं।