पंचकूला
पंचकूला पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने सीईटी की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसका खुलासा डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने किया है। फर्जी वेबसाइट ठगी मामले में पंचकूला डीसीपी सृष्टि गुप्ता और डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने प्रेस कांफ्रेंस की। डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने बताया कि HSSC की फर्जी वेबसाइट बनाई गई और पैसे CET के नाम पर विद्यार्थियों से ठगे गए हैं। 14 लाख रुपयों का फ्रॉड किए जाने की सूचना वायरल होने के मामले में उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा सही नहीं है। उन्होंने बताया कि 77 लोगों ने रजिस्टर किया था, 22000 रुपए दिए हैं। HSSC के मेंबर भूपिंदर सिंह चौहान भी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद रहे।
भूपिंदर सिंह चौहान ने बताया कि 3 दिन पहले यानी 4 जून को इसकी शुरुआत हुई थी। HSSC की IT की टीम ने ये फ्रॉड देखा, उसी दिन पता लगा कि अभ्यर्थियों के लिए फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह लगातार अभ्यर्थियों के साथ सोशल मीडिया पर टच में थे, तब फर्जी वेबसाइट के बारे में पता चला। सृष्टि गुप्ता ने बताया कि इस मामले में 3 लोग गोरखपुर, एक फतेहाबाद और एक कुरुक्षेत्र से हिरासत में लिया गया है। इन 5 लोगों में एक महिला भी शामिल है।
अभी यह देखा जा रहा है कि यह कोई गिरोह है या नहीं। आयोग के सदस्य भूपिंदर सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि वेबसाइट को सही ढंग से देखा जाए और फिर अप्लाई किया जाए। आयोग की फर्जी वेबसाइट बनाकर इस तरह के फ्रॉड होने पर आयोग की सक्रियता पर उठे सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि आयोग एक्टिव था इसलिए पुलिस को जानकारी दी और इन्हें हिरासत में लिया गया। गोरखपुर से यह वेबसाइट चल रही थी। फर्जी वेबसाइट पर CET के पेपर के लिए एनरोल करवा रहे थे और QR कोड के जरिये पैसे ले रहे थे।
जानें क्या है पूरा मामला
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ओर से ग्रुप-C भर्ती के लिए सीईटी का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। लेकिन ठगों ने इसके नाम से भी फर्जीवाड़ा कर दिया। ठगों ने CET की फर्जी वेबसाइट बना ली है। इस फर्जी वेबसाइट पर 14 लाख अभ्यर्थियों ने विजिट भी किया। बताया जा रहा है कि अब तक 46 लाख अभ्यर्थियों वेबसाइटों पर विजिट किया है। इनमें से 32 लाख अभ्यर्थी हरियाणा गवर्नमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट पर आए। बाकी 14 लाख अभ्यर्थियों ने फर्जी वेबसाइट पर विजिट किया है। अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि इन अभ्यर्थियों ने फर्जी वेबसाइट पर आवेदन किया या नहीं।
बताया जा रहा है कि इस फर्जी वेबसाइट पर आवेदन करने पर पहले ही स्टेप पर फीस भरने का ऑप्शन आता है। इसके बाद आवेदन होता है। जबकि हरियाणा सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर आवेदन भरने के बाद फीस भरने का ऑप्शन आता है। यह मामला HSSC के संज्ञान में आ गया है। अब इसकी जांच करवाई जा रही है।