बालोतरा
बालोतरा थाना क्षेत्र के गांव मवड़ी में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। बालोतरा पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए विशेष टीम का गठन कर 72 घंटे से भी कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मामले की शुरुआत 13 अप्रैल को हुई, जब गांव मवड़ी निवासी युवक पूर्णसिंह पुत्र जोगसिंह सुबह घर से अपनी मोटर साइकिल पर निकला लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने कई जगह तलाश करने के बाद 15 अप्रैल को बालोतरा के सिवाना थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद लापता युवक की कॉल डिटेल्स, सोशल नेटवर्किंग गतिविधियों और आपसी रिश्तों की छानबीन शुरू की।
रेत में गड़ा मिला शव
17 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि जसोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत सरहद बामणी गांव की रेतीली ढाणी में एक युवक का शव जमीन में गड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक हरिशंकर के निर्देश पर विशेष टीम मौके पर पहुंची और खुदाई कर शव को बाहर निकाला। मृतक की पहचान पूर्णसिंह के रूप में हुई, जिसकी पुष्टि उसके परिजनों ने की। घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
प्रेम संबंध बना जानलेवा
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मृतक पूर्णसिंह के संबंध मवड़ी निवासी मनीष चौहान की बहन से थे। आरोपी पक्ष को यह रिश्ता स्वीकार नहीं था, जिसके चलते मनीष और उसके परिजनों ने मिलकर पूर्णसिंह की हत्या की साजिश रची। इसके तहत 15 अप्रैल को योजनाबद्ध तरीके से पूर्णसिंह को मवड़ी स्थित मनीष के घर बुलाया गया, जहां पहले से मौजूद आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया और फिर उसे बुरी तरह पीटा। गंभीर चोटों के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए रात के अंधेरे में उसे एक पिकअप वाहन में डालकर जसोल क्षेत्र की सुनसान रेतली ढाणी में ले जाया गया और गड्ढा खोदकर शव को जमीन में दफना दिया गया। शव के साथ मृतक की बाइक और अन्य सामान भी दबा दिया गया, ताकि कोई सुराग न मिले।
हत्या की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने डीएसपी निशांत भारद्वाज, थानाधिकारी सुरेश कुमार और अनुभवी अधिकारियों की विशेष टीम गठित की। टीम ने लगातार तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड और गुप्त सूचना तंत्र का उपयोग कर मुख्य आरोपी मनीष सहित अन्य चार आरोपियों को धरदबोचा। पूछताछ में उन्होंने हत्या की पूरी योजना और घटनाक्रम को स्वीकार किया।
तीन महिलाएं भी शामिल
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी मनीष चौहान के अलावा उसकी बहन, मां और अन्य रिश्तेदार महिला भी शामिल हैं। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में और भी कई तथ्यों के सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि यह मामला सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत संवेदनशील है। इसमें युवाओं की जान खतरे में डालने वाली मानसिकता सामने आई है। पुलिस हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है। पूछताछ के साथ ही तकनीकी जांच के आधार पर अन्य संदिग्धों की भी पहचान की जा रही है। पूरे घटनाक्रम में किसी बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता या पूर्व नियोजित षड्यंत्र की कड़ियों को भी जोड़ा जा रहा है। जल्द ही पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी।