मोहाली
पंजाब के मोहाली में सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) ने ईजी रजिस्ट्री (Easy Registry) की शुरुआत की, जिससे अब प्रॉपर्टी से जुड़े काम के लिए यहां वहां भटकते हुए परेशान होने या दलालों के चक्कर में पड़ने की समस्या नहीं होगी और ये काम पारदर्शिता के साथ फटाफट होंगे. पंजाब देस का पहला ऐसा राज्य है, जहां इस सिस्टम की शुरुआत की गई है. सीएम ने इसे पंजाब के लिए बेहद खास दिन बताते हुए कहा कि रजिस्ट्री प्रोसेस अब ऑनलाइन हो गया और बिना किसी रिश्वतखोरी और देरी के रजिस्ट्री के काम सिर्फ के पोर्टल के जरिए पूरे होंगे. इस दौरान उनके साथ अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे.
मोहाली में शुरुआत, पूरे पंजाब में होगा लागू
मुख्यमंत्री भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के साथ सोमवार को मोहाल स्थित ईजी रजिस्ट्री कार्यालय में पहुंचे और वहां का निरीक्षण करते हुए इसके ऑनलाइस सिस्टम से जुड़ी बारीकियों को जाना.बता दें कि Easy Registry को बेसिस पर Mohali में शुरू किया गया है और 15 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक इसे पूरे पंजाब राज्य में लागू किए जाने की तैयारी है. इस सिस्टम की एक खास बात ये है कि अब तक तहसीलों में रजिस्ट्री से जुड़े जिन कामों के लिए दलालों को पैसे खिलाने पड़ते थे, उससे आम लोगों को निजात मिलेगी और बिन वजह उनके काम को लटकाया नहीं जा सकेगा. ईजी रजिस्ट्री कार्यलय में मौजूद सेवा केंद्र पर आकर भी काम कराया जा सकता है.
करप्शन फ्री पंजाब मुहिम का हिस्सा
सीएम भगवंत मान ने इस Easy Registry के बारे में बात करते हुए कहा कि ईजी रजिस्ट्री पोर्टल के जरिए ड्राफ्ट डाउनलोड किया जा सकता है. उस पर खसरा नंबर से लेकर इस पूरे प्रोसेस में लगने वाली सरकारी फीस के बारे में सारी डिटेल उपलब्ध होगी. उन्होंने कहा कि करप्शन फ्री पंजाब की मुहिम के तहत ये ईजी रजिस्ट्री शुरू की गई है, जिसमें रजिस्ट्री से जुड़े सभी काम अब ऑनलाइन और रियल टाइम में होंगे. इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि रजिस्ट्री के दौरान कई ऐसे मामले देखने को मिलते रहे हैं कि तहसीलदारों द्वारा एक के बाद एक ऑब्जेक्शन लगाकर उसे लटकाया जाता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और किसी भी रजिस्ट्री के लिए महज 48 घंटे के अंदर सब-रजिस्ट्रार द्वारा ऑब्जेक्शन द्वारा लगाया जा सकता है और वो भी पोर्टल पर मौजूद पैरामीटरों के अंतर्गत. अगर 48 घंटे में ऐसा नहीं होता, तो फिर इसे सही प्रॉपर्टी माना जाएगा.
भगवंत मान बोले- 'दिल्ली में नहीं हो पाया चालू…'
मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि अब तक जमीन की खरीद-फरोख्त के दौरान अगर किसी के नाम में सिर्फ एक शब्द की भी गलती होती थी, तो उसे सुधारने में 10 साल या इससे ज्यादा का समय लग जाता था. लेकिन अब रजिस्ट्री का काम पूरी पारदर्शिता के साथ होगा और गलतियों की गुंजाइस नहीं रहेगी या उसका तत्काल समाधान हो सकेगा. उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री सिस्टम को ऑनलाइन किए जाने के साथ ही फेक रजिस्ट्री चेक करने का सिस्टम भी तैयार किया गया है और गलत रजिस्ट्री या डाक्युमेंट गलत पाए जाने पर डिप्टी रजिस्ट्रार जिम्मेदार होगा. अपने संबोधन के दौरान भगवंत मान ने ये भी कहा कि अरविंद केजरीवाल ने इसे दिल्ली में लागू करने का प्रयास किया था, लेकिन वहां केंद्र का दबदबा होने के चलते ये आसान प्रोसेस चालू नहीं हो पाया.
केजरीवाल ने बताया पूरे देश के लिए फायदेमंद
Easy Registry को लेकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में रजिस्ट्री का नया सिस्टम चालू किया गया है और ऐसा करने वाला ये देश का पहला राज्य है. उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री के काम के लिए तहसीलदार ऑफिस में जाना अब तक बड़ा सिरदर्दी वाला काम लगता था, क्योंकि देशभर के कार्यलयों में अंग्रेजों के टाइम वाला पुराना सिस्टम चालू था. इसमें लोगों को अपनी जमीन के लिए पहले रजिस्ट्री टाइप करानी होती थे, फिर दलालों के जरिए आगे के काम कराने पड़ते थे और ये दलाल बाकयदा पैकेज के हिसाब से काम कराने के पैसे तय होते थे और पैकेज के बिना तहसीलदार कार्यालय से 100 गलतियां निकाल दी जाती हैं.
केजरीवाल के मुताबिक, इस सारे सिस्टम को स्टडी करने के बाद हमने इस पर काम करने के लिए सोचा और ईजी रजिस्ट्री के जरिए इस मुश्किल को आसान बनाया गया है. अब डॉक्युमेंटेशन और फीस से जुड़ी जानकारी लोगों को व्हाट्सएप पर ही मिल जाएगी. इसके अलावा तहसीलदार अपने मन से कोई ऑब्जेक्शन नहीं लगा सकता और अगर उसके द्वारा लगाया गया ऑब्जेक्शन गलत निकलता है, तो डीसी से शिकायत करने का ऑप्शन भी है और जांच में तहसीलदार गलत पाए जाने पर उसे तत्काल सस्पेंड किया जाएगा. केजरीवाल ने उम्मीद जताते हुए कहा कि ये सिस्टम पंजाब के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए फायदेमंद हो सकता है.