गन्नौर
सोनीपत प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्टरियों पर बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने 94 फैक्टरी को नोटिस दिए गए हैं और 2 फैक्ट्रियां सील की गई है। दूसरी ओर, सोनीपत के बड़ी एचएसआईआईडीसी की ओर से बनाया गए दोनों ट्रीटमेंट प्लांट के सैंपल भी फेल आए हैं, जिसके बाद 2 करोड़ 52 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
अगस्त 2024 में दर्ज कराई थी शिकायत
जानकारी के अनुसार अगस्त 2024 में वरुण गुलाटी नाम के शख्स ने एनजीटी को शिकायत के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम ने बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में फैक्टरियों से ट्रीट होकर निकल रहे पानी के नमूने लिए थे। जांच में सामने आया है कि कई फैक्टरियों से निकलने वाला पानी निर्धारित प्रदूषण मानकों पर खरा नहीं उतर रहा है। सोनीपत प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने एक शिकायत के बाद एनजीटी की ओर से टीम बनाई गई और पानी के नमूने लिए गए, जिसमें पानी दूषित पाया गया।
94 फैक्टरी संचालकों को नोटिस जारी
साथ में टीम ने पाया कि इन फैक्टरियों में लगाए गए ट्रीटमेंट प्लांट प्रभावी ढंग से काम नहीं कर रहे हैं, जिससे उनके प्लांट से निकलने वाला पानी तय मानकों से अधिक प्रदूषित पाया गया है। जबकि कई फैक्टरियों के ट्रीटेड पानी में प्रदूषण का स्तर निर्धारित सीमा से काफी कम पाया गया है। संदेह है कि दूषित पानी में स्वच्छ पानी मिलकर आने की वजह से प्रदूषण का स्तर कम आया है। ऐसे में निर्धारित मानकों पर खरा ना उतरने वाली सभी 94 फैक्टरी संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, जिसमें 60 फैक्ट्रियां मानकों पर खरी नहीं उत्तरी है और 30 फैक्ट्रियों के सैंपल फेल हुए है। इसके अलावा 2 फैक्ट्रियों को सील किया गया है।
2 फैक्ट्रियों को सील कियाः प्रदूषण अधिकारी
इस मामले को लेकर प्रदूषण अधिकारी प्रदीप सिंह ने कहा कि सोनीपत प्रदूषण विभाग को शिकायत मिली थी। इस पर विभान ने कार्रवाई करते हुए 94 फैक्टरी संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, जिसमें 60 फैक्ट्रियां मानकों पर खरी नहीं उत्तरी है और 30 फैक्ट्रियों के सैंपल फेल हुए है। इसके अलावा 2 फैक्ट्रियों को सील किया गया है।