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मुख्यमंत्री गर्मी, पानी और बिजली के संकट की बजाय अपने स्वागत और देव दर्शन यात्राओं में व्यस्त : डोटासरा

 उदयपुर

राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा रविवार को उदयपुर पहुंचे, जहां डबोक एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। मीडिया से बातचीत में डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपने व्यक्तिगत स्वागत समारोहों को सरकारी कार्यक्रम का रूप दे रहे हैं। “70 साल में पहली बार देखा कि सीएमओ खुद मुख्यमंत्री के स्वागत का विवरण जारी कर रहा है, जबकि यह कार्य भाजपा कार्यकर्ताओं का होना चाहिए था,” डोटासरा ने कहा।

“जनता जानती है, स्वागत नहीं समाधान चाहिए”
डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की गंभीर समस्याओं जैसे गर्मी, पानी और बिजली के संकट की बजाय अपने स्वागत और देव दर्शन यात्राओं में व्यस्त हैं। “शेखावाटी में जो इंदिरा गांधी नहर परियोजना है, उसकी वित्तीय स्वीकृति कांग्रेस सरकार में हो चुकी थी। लेकिन अभी तक न टेंडर हुआ, न वर्क ऑर्डर,” उन्होंने आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरों से यह आभास होता है कि “कुछ राजनीतिक अस्थिरता की आशंका” मुख्यमंत्री को सता रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सीएम के कार्यक्रमों में आमजन की भागीदारी नगण्य रही है।

ईडी कार्रवाई पर सवाल, भाजपा नेताओं को बताया ‘अछूता’
डोटासरा ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में केवल कांग्रेस नेताओं पर ईडी की कार्रवाइयां हुई हैं, जबकि एक भी भाजपा नेता के खिलाफ ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया। “बंद हो चुके मामलों में भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी को परेशान किया जा रहा है,” डोटासरा ने कहा।

वक्फ कानून और न्यायपालिका पर टिप्पणी
वक्फ कानून को लेकर हो रही चर्चाओं पर डोटासरा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। “उप राष्ट्रपति से लेकर भाजपा के नेता तक कोर्ट की आलोचना कर रहे हैं, जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है,” उन्होंने कहा।

“भाजपा को न संविधान में भरोसा, न लोकतंत्र में”

डोटासरा ने भाजपा पर लोकतंत्र और संविधान से विश्वास हटाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं 75 वर्ष के हो गए हैं, और पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर असमंजस बना हुआ है। “भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष तक नहीं तय कर पा रही। आरएसएस और पार्टी के बीच भी मतभेद हैं.

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