अजमेर
अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए अजमेर शहर से तीन बांग्लादेशी महिलाओं को पकड़ा है। अब तक इस विशेष अभियान के तहत कुल 41 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है।
पुलिस मुख्यालय, राजस्थान जयपुर के निर्देश पर चल रहे इस अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा (आईपीएस) द्वारा किया जा रहा है। अवैध घुसपैठियों की पहचान और निष्कासन की इस प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जागिंड तथा वृत्ताधिकारी लक्ष्मण राम के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें सीआईडी जोन अजमेर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम ने दरगाह थाना क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों दरगाह बाजार, जालियान कब्रिस्तान, अन्दरकोट, नई सड़क, तारागढ़ की पहाड़ी, बड़े पीर का चिल्ला, लंगर खाना गली, और चश्मा-ए-नूर में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान खुफिया सूचना, तकनीकी संसाधनों और स्थानीय जानकारियों के आधार पर 8–10 संदिग्ध खानाबदोश लोगों को डिटेन किया गया।
गहन पूछताछ के बाद तीन महिलाओं की पहचान अवैध रूप से भारत में रह रहीं बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में हुई। पकड़ी गई महिलाओं में पन्ना बेगम, दूसरी महिला समीरा वहीं तीसरी महिला साहनी उर्फ समीना उर्फ रिहाना है। इन महिलाओं ने पूछताछ में यह स्वीकार किया कि वे बेनापोल और हिल्ली बॉर्डर के रास्ते अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थीं और पश्चिम बंगाल के मैदनापुर होते हुए अजमेर आकर दरगाह क्षेत्र में रहने लगी थीं।
तीनों महिलाओं से पूछताछ जारी है और उनके नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस द्वारा इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रखने की बात कही गई है, जिससे शहर में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें निष्कासित किया जा सके।