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पंजाब के तीन युवकों का ईरान में किडनैप हुआ, 1 करोड़ की फिरौती की मांग; दूतावास ऐक्टिव

 होशियारपुर / तेहरान

ईरान में तीन भारतीय नागरिकों के लापता होने का मामला सामने आया है। ये तीनों लोग पंजाब के बताए जा रहे हैं। इनकी पहचान हुशनप्रीत सिंह (संगरूर), जसपाल सिंह (एसबीएस नगर) और अमृतपाल सिंह (होशियारपुर) के रूप में हुई है। परिवार का दावा है कि ये तीनों 1 मई को ईरान पहुंचे थे और उसी दिन से लापता हैं। परिवारों ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें 1 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की गई है।

भारतीय दूतावास ने बुधवार को एक्स पर बयान जारी कर बताया कि यह मामला ईरानी अधिकारियों के समक्ष मजबूती से उठाया गया है और लापता भारतीयों को जल्द से जल्द खोजने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई है।

दूतावास ने कहा, "तीन भारतीय नागरिकों के परिजनों ने भारत के दूतावास को जानकारी दी है कि उनके रिश्तेदार ईरान पहुंचने के बाद लापता हो गए हैं। हमने यह मामला ईरानी अधिकारियों के साथ गंभीरता से उठाया है और उनसे निवेदन किया है कि लापता भारतीयों को तुरंत खोजा जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।" इसके साथ ही दूतावास ने यह भी बताया कि वह परिजनों को लगातार इस मामले में की जा रही कोशिशों के बारे में जानकारी दे रहा है।

अवैध तरीके से ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, तीनों युवक पंजाब से ईरान गए थे। परिवार वालों का दावा है कि उन्हें एक एजेंट ने ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा किया था। इसके तहत ही वे 1 मई को तेहरान पहुंचे थे। लेकिन उसी दिन वे रहस्यमय तरीके से लापता हो गए। परिवारों ने आरोप लगाया है कि युवकों को अगवा कर लिया गया है और उन्हें अज्ञात लोगों की ओर से 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई है। हालांकि, इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है। भारतीय दूतावास की सक्रियता के बाद अब निगाहें ईरानी अधिकारियों की जांच पर टिकी हैं।

ईरान से तीन भारतीय युवक किडनैप

युवक हुस्नप्रीत की मां बलविंदर कौर ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि बेटे को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर धोखा दिया गया. पड़ोसी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पटवारी द्वारा लेटर मिलने पर किडनैप की जानकारी मिली. उन्होंने सरकार से अपील की कि सभी युवकों को सुरक्षित वापस लाया जाए.

11 मई के बाद से नहीं हो रहा है संपर्क

परिजनों का कहना है कि 11 मई के बाद से युवकों से कोई संपर्क नहीं हो सका. वे डोंकरों के फोन से ही बात कर पाते थे. पीड़ित परिवारों ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन से मदद की अपील की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. उधर, युवकों को विदेश भेजने वाला एजेंट फरार बताया जा रहा है.

प्रशासन ने लोगों को डंकी रूट के जरिए विदेश न जाने की चेतावनी दी है, लेकिन एजेंटों के झांसे में आकर नौजवान जान जोखिम में डाल रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और एजेंट की तलाश में छापेमारी कर रही है. परिवारों ने केंद्र और राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है ताकि उनके बच्चे सुरक्षित घर लौट सकें.

ईरान सरकार से तीनों को खोजने की मांग की है

भारतीय दूतावास ने ईरान की सरकार से तीनों भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें जल्द से जल्द खोजने की मांग की है. मामला गंभीर है और भारतीय सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है.

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