लखनऊ
लखनऊ में रेलवे ट्रैक पर लोहे का मजबूत दरवाजा रखने वाले तीन युवक पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। एक हफ्ते में दूसरे बार रेलवे ट्रैक पर इस तरह से किसी चीज के पाए जाने के बाद इसे ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश बताया गया था। हालांकि गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों से पूछताछ में पुलिस ने दावा किया कि ट्रेन पलटाने की कोशिश जैसा कोई इरादा इन लोगों का नजर नहीं आया है। तीनों ने पुलिस को बताया कि निर्माणाधीन मकान से दरवाजा उखाड़कर बेचने के इरादे से लेकर जा रहे थे। रेलवे ट्रैक पार करते वक्त के ट्रेन के हार्न की आवाज सुनकर दरवाजा ट्रैक पर ही छोड़कर भाग गए। ट्रेन से दरवाजा टकराया और उसकी तेज आवाज सुनने के बाद तीनोंं वापस भी नहीं आए।
इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी अंजनी मिश्र के मुताबिक बुधवार को लखनऊ-सुलतानपुर रूट पर रहीमाबाद के कैथुलिया गांव के बाद बक्कास से उतरेठिया स्टेशन के बीच ट्रैक पर दरवाजा रखा मिला था। मुकदमा दर्ज करने के साथ सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसकी मदद से चौधरीखेड़ा निवासी चेतराम रावत, गुलाब चंद्र और लवकुश रावत को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों ने बताया कि नशे की लत पूरी करने के लिए वह निर्माणाधीन मकान से लोहे का दरवाजा उखाड़ कर लाए थे। इसे काटने की नियत से ले जा रहे थे। ट्रैक पार करते वक्त मालगाड़ी ने हार्न दिया। इसके बाद आरोपित दरवाजा ट्रैक पर ही छोड़कर भाग गए थे।
बुधवार तड़के करीब 3:42 बजे बक्कास-उतरेटिया स्टेशन के बीच एक मालगाड़ी पटरी पर रखे लोहे के दरवाजे को रौंदते हुए पार हो गई। इंजन से गेट टकराने के बाद तेज आवाज से लोको पायलट को घटना की जानकारी हुई। मालगाड़ी के ड्राइवर ने स्टेशन मास्टर को सूचना दी तो रेलवे अधिकारी हरकत में आए। रात में ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर मौके पर पहुंचे। पेंड्राल क्लिप ठीक कराई। सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने मुकदमा दर्ज कराया था।