नागौर
सेना के शौर्य और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में नागौर शहर में बुधवार को पांच किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान भारत माता की जय के नारों से पूरा शहर गूंज उठा। मुंडवा चौराहा स्थित शहीद स्मारक से शुरू हुई यह यात्रा शहीद सुगन सिंह सर्कल पर समाप्त हुई।
यात्रा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति मिर्धा, किसान आयोग अध्यक्ष सी.आर. चौधरी, मेड़ता विधायक लक्ष्मणराम कलरू, खींवसर विधायक रेवतराम डांगा सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। व्यापारियों, स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं ने हाथों में तिरंगा लेकर सेना के साहस को नमन किया। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होने को लेकर कहा कि अगर यह परीक्षा रद्द होती है तो 30 से 35 वर्ष के युवाओं के भविष्य के साथ कुठाराघात होगा। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और युवाओं के साथ अन्याय नहीं होने देगी। हालांकि कोर्ट का निर्णय सर्वोपरि है और हम उसका सम्मान करते हैं।
कंवरलाल मीणा की विधायकी पर चल रही सियासत को लेकर राठौड़ ने कहा कि यह मामला विधानसभा अध्यक्ष के विशेषाधिकार में आता है, इसमें पार्टी का कोई हस्तक्षेप नहीं है। सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय देगा, हम उसका पूर्ण सम्मान करेंगे।
नागौर भाजपा में गुटबाजी के आरोपों को खारिज करते हुए राठौड़ ने कहा कि पार्टी पूरी तरह एकजुट है। सभी कार्यकर्ता एक लक्ष्य और सोच के साथ कार्य कर रहे हैं। गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है।
हनुमान बेनीवाल द्वारा जयपुर में शहीद स्मारक पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राठौड़ ने कहा कि बेनीवाल जी को इतिहास पढ़ना चाहिए। राजस्थान के इतिहास में सिर्फ महाराजा सूरजमल नहीं थे, बल्कि वीर दुर्गादास राठौड़, पृथ्वीराज राठौड़, महाराणा प्रताप, राणा सांगा, राणा कुम्भा और अमर सिंह राठौड़ जैसे अनेक वीर हुए हैं। इतिहास से जानकारी मिलती है लेकिन बेनीवाल जी ‘मेरी-तेरी’ की राजनीति से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, ऐसे में उन्हें समय ही कहां मिलेगा?