गोहाना
हरियाणा के गोहाना के रहने वाले दो दोस्त पेशे से किसान है। यह दोनों चार धाम की यात्रा पूरी कर वापिस अपने गांव लौटे है। नीतीश नरवाल गांव कथूरा और आशीष सरोहा गांव बयापुर दोनों दोस्तों का चार धाम की यात्रा कर वापिस आने पर परिजनों और ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। उन्होंने यह यात्रा ट्रैक्टर पर की है।
2 जून 2024 को यात्रा के लिए निकले थे दोनों
बता दें कि इन्होंने देश भर के 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा 9 महीने में पूरी की है। इन दोनों ने ट्रैक्टर में ही खाने पीने और ठहरने का पूरा पूरा प्रबंध किया था। दोनों दोस्त दो जून 2024 को चार धाम की यात्रा पर ट्रैक्टर पर निकले। वहीं युवाओं को मोबाइल से दूर रहने का संदेश दिया।
आशीष और नीतीश ने बताया कि उन्होंने यह ठानी कि ट्रैक्टर पर चार धाम की यात्रा करनी है। जिसके लिए उन्होंने ट्रैक्टर में ही खाने पीने कपड़े और सोने का प्रबंध किया। हमारा लक्ष्य सनातन धर्म को आगे बढ़ाना है। हम किसान हैं, इसलिए अपने ट्रैक्टर पर ही यात्रा करने की सोची। हमने एक-एक दिन पचास किलो मीटर से साढ़े चार सौ किलोमीटर तक ट्रैक्टर चलाया। यह इसलिए कि हर ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक सोमवार को ही करना होता था, उस हिसाब से ट्रैक्टर से यात्रा की।
9 महीनों में 12 ज्योतिर्लिंग के किए दर्शन
वहीं उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा की शुरुआत गोहाना से होते हरिद्वार से शुरू की। उसके बाद केदारनाथ, बद्रीनाथ, गुजरात के द्वारिका, तमिलनाडु रामेश्वरम मंदिर, उड़ीसा के पुरी धाम की यात्रा की। 9 महीनों में 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि हमारा हिन्दू धर्म बहुत ही अच्छा है। मंदिरों व धर्मशालाओं में जब किसी को पता चला है कि हम चार धाम की यात्रा पर निकले है, हमारा बहुत ही आदर सत्कार करते।