TIL Desk उन्नाव:👉 उत्तर प्रदेश में उन्नाव जनपद के गंगाघाट कोतवाली के कर्मी बिझलामऊ के निवासी युवक का संदिग्ध हालत में मार्च माह में एक फार्म हाउस में शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था। मां ने हत्या का आरोप लगाते हुये डीएम से पीएम कराने को पत्र दिया था। बाढ़ का पानी भरा होने के कारण 3 अगस्त को शव नहीं खोदा जा सका। गुरुवार को चार घंटे खुदाई हुई लेकिन शव नहीं मिला। मां ने शव गायब करने का आरोप लगाया है।
मजरा प्रीतम खेड़ा निवासी स्व0 राजेन्द्र का 19 वर्षीय बेटा अभिषेक रावत छह मार्च की देर रात खाना खाने के बाद घर से पान मसाला लेने जाने की बात कहकहर निकला था। अगले दिन सुबह एक फार्म हाउस के भीतर उसका शव फांसी पर लटका देखा गया था। उस समय मां ने बेटे की हत्या कर शव लटकाये जाने का आरोप लगाया था लेकिन उसका आरोप था कि लोगों ने उसे डरा दिया और बंदीपुरवा घाट पर उसके शव दफन कर दिया गया।
मां सरला ने डीएम को पत्र देकर शव खुदवाकर पीएम कराने की गुहार लगाई थी। डीएम ने अगस्त माह में आदेश कर दिया था लेकिन पानी बढ़ने के कारण खुदाई नहीं हो सकी। गुरुवार को संयुक्त निदेशक अभियोजन राम ध्यान पांडे, एसडीएम सदर नम्रता सिंह, सीओ सिटी आशुतोष कुमार, इंस्पेक्टर गंगाघाट राजकुमार, अचलगंज व गंगाघाट पुलिस की मौजूदगी में दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक खुदाई हुई लेकिन शव नहीं मिला। शव की जगह उसके कपड़े पाये गये। जिससे मां ने आरोप लगाया है कि बेटे का शव गायब कर दिया गया है। वहीं सीओ सिटी ने कहा कि बाढ़ के पानी में शव इधर उधर बह गया होगा।
बेटे के कपड़े देख फफक पड़ी मां
बेटे की मौत कैसे हुई, इसके खुलासे के लिये माह नौ महीने से रातों दिन अधिकारियों के चक्कर काटती रही। गुरूवार को शव खोदा जा रहा था, तो उसके कपड़े जैसे ही दिखी तो मां के आंसू निकल आये और फफक पड़ी। मां ने बेटे का शव गायब कराने का आरोप लगाया है।
बाइट- सरला (पीड़ित माँ)