लखनऊ डेस्क/ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अगले पांच वर्षों में विभिन्न श्रेणी के 57 हजार पदों पर भर्ती करने का फैसला लिया है। इसमें उन्होंने 10 हजार पदों पर भर्ती के लिए आज कैबिनेट में मुहर लगाई है। जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है। सीएम योगी ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त दुरुस्त करने के लिए पिछले पांच वर्षों में युद्ध स्तर पर कार्य किए हैं।
सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों के क्षेत्र में दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है। इसी के मद्देनजर एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज की नीति पर कार्य किया जा रहा है। योगी 2.0 के सौ दिनों में संभल और महराजगंज जिले में दो मेडिकल कॉलेजों से एमओयू भी किया जा चुका है और जल्द ही दो अन्य जिलों में मेडिकल कॉलेजों का एमओयू होने जा रहा है। प्रदेश में बढ़ रहे मेडिकल कॉलेजों, संस्थानों और सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में अगले पांच वर्षों में 57 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। सीएम योगी ने 45,127 पदों पर भर्ती के लिए 2021 में स्वीकृति दी है, जिस पर विभिन्न चरणों में भर्ती प्रक्रिया चल रही है और करीब पांच हजार पदों पर भर्ती पूरी भी हो चुकी है।
चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों, संस्थानों और सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में विभिन्न श्रेणी के कुल 57 हजार पदों पर भर्ती होनी है। इसमें 15 हजार पदों पर नसिर्ंग और पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल है। आज कैबिनेट में 10 हजार पदों पर और भर्ती के लिए अनुमति मिली है। जल्द ही इन पदों पर भर्ती शुरू की जाएगी।