भोपाल
अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि विभाग में जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए आवंटित बजट का शत-प्रतिशत उपयोग करें। आवंटित बजट का उपयोग शासन की मंशानुरूप अनुसूचित वर्ग के नागरिकों के कल्याण में किया जाए। यह बात मंत्री श्री चौहान ने गुरुवार को मंत्रालय में वित्तीय वर्ष 2025- 26 में बजट प्रावधान एवं व्यय की समीक्षा के दौरान कही। इस अवसर पर उन्होंने विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश भी दिए। प्रमुख सचिव श्री ई. रमेश कुमार, आयुक्त श्री धनंजय भदौरिया, अपर आयुक्त संजय वार्ष्णेय सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति विभाग अंतर्गत छात्रावासों में रिक्त सीटों की समीक्षा करें। उन्होंने कहा आगामी मई एवं जून माह में छात्रावासों की रिक्त सीटें भरने के लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करें। मंत्री श्री चौहान ने कहा कि छात्रावास अधीक्षकों की कार्यशाला का आयोजन भी आगामी माह किया जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्रों में शिक्षकों की पर्याप्त संख्या हो एवं पढ़ाई का स्तर भी प्रतियोगी परीक्षाओं के बदलते स्वरूप के अनुरूप हो, जिससे अनुसूचति जाति वर्ग के अधिक विद्यार्थी इन परीक्षाओं में सफल हो सके। उन्होंने कहा कि संभागवार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की मांग के अनुसार कार्य योजना बनायी जाए।
मंत्री श्री चौहान के कहा कि इस वित्तीय वर्ष में बजट के संपूर्ण व्यय की माइक्रो प्लानिंग कर बजट खर्च किया जाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में जन-प्रतिनिधियों की मांगो का भी अनुसरण करें। उन्होंने छात्रावास भवन विहीन छात्रावासों के निर्माण का कार्य शीघ्र से पूर्ण करें, जिससे छात्र- छात्राओं को असुविधा न हो। उन्होंने ज्ञानोदय आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम की भी समीक्षा की। उन्होंने ज्ञानोदय विद्यालयों में रिक्त पदों की पूर्ति करने के निर्देश भी दिए। मंत्री श्री चौहान ने इस दौरान विद्यार्थियों के लिए अनुसूचित जाति छात्रावास, आवास सहायता योजना, छात्रवृत्तियां, छात्रावास निर्माण, बाबू जगजीवन राव छात्रावास योजना, संत रविदास स्मारक निर्माण सहित कई विषयों की विस्तृत समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। प्रमुख सचिव श्री ई. रमेश कुमार ने विगत वर्षों के वित्तीय व्यय, विभागीय कार्यों की जानकारी से अवगत कराया।