लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश लखनऊ में व्यक्ति, रियल एस्टेट कंपनियां और सरकारी एजेंसियां अब मानसून में निर्माण कार्य के लिए सीधे थोक व्यापारी से रेत और नदी की रेत खरीद सकती हैं। खनन विभाग का पोर्टल माइन मित्र जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि पोर्टल से इस साल जुलाई में शुरू हो जाएगा।
चूंकि मानसून में नदी का खनन करना मना होता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान रेत और नदी की रेत की खुदरा दरें बढ़ जाती हैं। शासन के प्रवक्ता के अनुसार, विभाग ने पोर्टल के माध्यम से मांग को पूरा करने के लिए करीब 24 जिलों के कलेक्टरों से समन्वय स्थापित करना शुरू कर दिया है, जहां भारी मात्रा में खनन किया जाता है।
अधिकारियों ने कहा कि नदी की रेत के स्टोरिंग के लिए 169 भूमि पार्सल और रेत के स्टोरिंग के लिए 89 पार्सल की पहचान की गई है। जुलाई से सितंबर तक मांग को पूरा करने के लिए खनिजों को परिवहन और भूमि पार्सल पर स्टोर किया जाता है, जिसे बोलचाल की भाषा में डंप कहा जाता है।
खनन विभाग के सचिव रोशन जैकब ने कहा, हमने खनिजों को स्टोर करने का काम शुरू कर दिया है। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और एक स्टॉक रजिस्टर भी तैयार किया जाएगा। हमारे अधिकारी स्टॉक की मात्रा का अनुमान लगाने के लिए डंप का दौरा करते रहेंगे। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए औचक निरीक्षण किया जाएगा। हम खुदरा बाजार में कीमतों की भी निगरानी करेंगे।
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