यूएन डेस्क/ संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल कोष (यूनिसेफ) की प्रमुख हेनरीटा फोरे ने आगाह करते हुए कहा है कि कोविड-19 (कोरोनावायरस) महामारी एक वैश्विक बाल देखभाल (चाइल्डकेयर) संकट को और भी बदतर बना रहा है। संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन के जारी होने के बाद फोरे ने यह टिप्पणी की है, जिसमें कोरोना से निपटने के उपायों के कारण कम से कम चार करोड़ बच्चे बचपन में प्रारंभिक शिक्षा से चूक गए हैं।
ख़बरों के अनुसार, मंगलवार को प्रकाशित शोध, वैश्विक स्तर पर बच्चों की देखभाल स्थिति और प्रारंभिक शिक्षा पर प्रकाश डालता है और महामारी के कारण इन महत्वपूर्ण पारिवारिक सेवाओं के व्यापक रूप से बंद होने के कारण उत्पन्न व्यवधान का विश्लेषण भी करता है। लॉकडाउन के कारण कई माता-पिता को बच्चों की देखभाल के लिए संघर्ष करना पड़ा है।
गरीब देशों में, छोटे बच्चों के साथ परिवारों के लिए गुजर-बसर करना और मुश्किल हो गया है। अध्ययन से पता चलता है कि हाल के आंकड़ों के साथ 54 कम और मध्यम आय वाले देशों में, तीन और पांच साल की उम्र के लगभग 40 प्रतिशत बच्चों को अपने घर में किसी भी वयस्क से सामाजिक-भावनात्मक सहारा व प्रोत्साहन नहीं मिल रहा था। फोरे ने कहा कि कोरोना महामारी बच्चों को शिक्षा पाने से रोक रही है।