जकार्ता डेस्क/ इंडोनेशिया सरकार ने मंगलवार को कहा कि सुलावेसी द्वीप पर भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 1,200 से अधिक हो गयी है। साथ ही, पुलिस ने अराजकता का लाभ उठा कर लूटपाट कर रहे लोगों पर अंकुश लगाने को ठान ली है।
तटीय शहर पालू से मिली रिपोर्टों के अनुसार अधिकारियों ने दूकानों में लूटपाट कर रहे लोगों को भगाने के लिए चेतावनी देने के तौर पर गोलियां चलाई और आंसू गैस के गोले छोड़े।
संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि करीब दो लाख लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है। उनमें हजारों बच्चे शामिल हैं। जीवित बचे लोग भूख-प्यास से जूझ रहे हैं। खाना और साफ पानी की किल्लत हो गई है। स्थानीय अस्पताल घायलों से भरे पड़े हैं।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि भूकंप प्रभावित लोग बंद दुकानों से खाना और पानी ले रहे थे और शुरू में उसने इसकी अनदेखी की। लेकिन अब उसने कंप्यूटर और नकदी की चोरी के सिलसिले में 35 लोगों को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय पुलिस उप प्रमुख आरी दोनो सुकमांतो ने बताया, ‘‘पहले और दूसरे दिन कोई दुकान नहीं खुली। लोग भूखे थे। लोगों को सामान की सख्त जरूरत थी..।’’ उन्होंने बताया, ‘‘दो दिनों के बाद खाना की आपूर्ति शुरू हो गयी। इसे सिर्फ वितरित करने की जरूरत है। हम फिर से कानून का शासन लागू कर रहे हैं।’’